Text of PM’s speech during Semicon India 2025 at Yashobhoomi, Delhi
Text of PM’s speech during Semicon India 2025 at Yashobhoomi, Delhi
केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे साथी अश्विनी वैष्णव जी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी जी, केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद जी, सेमी के प्रेसीडेंट अजित मनोचा जी, देश-विदेश से आए सेमीकंडक्टर industry के CEOs, और उनके सहयोगी, विभिन्न देशों से यहाँ उपस्थित हमारे अतिथि, स्टार्ट-अप से जुड़े उद्यमी, अलग-अलग प्रदेशों से आए मेरे युवा विद्यार्थी साथी, देवियों और सज्जनों !
कल रात ही मैं जापान और चीन की यात्रा करके वापस लौटा हूं। आप गया था इसकी ताली बजा रहे हो, कि आया हूं उसकी ताली बजा रहे हो। और आज यशोभूमि में एस्पिरेशंस और कॉन्फिडेंस से भरे इस हॉल में हूं, आपके बीच उपस्थित हूं। आप सब जानते हैं, टेक्नोलॉजी को लेकर मेरा एक स्वभाविक पैशन है। अभी मुझे अपने जापान दौरे के दौरान, वहां के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा सान के साथ, टोक्यो इलेक्ट्रोन फैक्ट्री जाने का अवसर मिला। और उनके CEO भी हमारे बीच अभी बता रहे थे, मोदी साहब आए थे।
साथियों,
टेक्नोलॉजी के साथ मेरा ये झुकाव, मुझे बार-बार आपके बीच लाता है। इसलिए आज भी आपके बीच आकर मुझे बहुत आनंद हो रहा है।
Friends,
यहां दुनियाभर में सेमीकंडक्टर से जुड़े एक्सपर्ट्स हैं, 40-50 से ज्यादा देशों का यहां रिप्रेजेंटेशन है, और भारत की इनोवेशन और यूथ पावर भी यहां नजर आ रही है। और ये जो combination बना है, उसका एक ही मैसेज है- The World Trusts India, The World Believes In India, And The World Is Ready To Build The Semiconductor Future With India.
मैं सेमीकॉन इंडिया में आए आप सभी महानुभावों का अभिनंदन करता हूं। आप सभी विकसित भारत की यात्रा में, आत्मनिर्भर भारत की यात्रा में, हमारे बहुत ही Important Partners हैं।
साथियों,
कुछ दिन पहले ही, इस साल के पहले क्वार्टर के GDP नंबर आए हैं। एक बार फिर भारत ने हर उम्मीद, हर अपेक्षा, हर आकलन से भी बेहतर प्रदर्शन किया है। एक तरफ जब दुनिया भर की Economies में चिंताएं हैं, आर्थिक स्वार्थ से पैदा हुई चुनौतियां हैं, उस माहौल में भारत ने 7.8 Percent की ग्रोथ हासिल करके दिखाई है। और ये ग्रोथ हर सेक्टर में है, मैन्युफेक्चरिंग, सर्विसेज़, एग्रीकल्चर, कंस्ट्रक्शन, हर तरफ उत्साह नज़र आ रहा है। भारत आज जितनी तेज़ी से ग्रो कर रहा है, इससे हम सभी में, इंडस्ट्री में, हर देशवासी में नई ऊर्जा का संचार हो रहा है। ग्रोथ की यही दिशा है, जो भारत को third largest economy बनाने की तरफ, तेज़ी से बढ़ना, पक्का हो चुका है।
Friends,
सेमीकंडक्टर की दुनिया में एक बात कही जाती है, Oil Was Black Gold, But Chips Are Digital Diamonds. हमारी पिछली शताब्दी को ऑयल ने शेप किया। दुनिया का भाग्य, तेल के कुँओं से तय होता था। तेल के इन कुँओं से कितना पेट्रोलियम निकलेगा, इस आधार पर ग्लोबल इकोनॉमी ऊपर-नीचे होती रहती है। लेकिन 21वीं शताब्दी की शक्ति, छोटी सी चिप में सिमट करके रह गई है। ये चिप भले छोटी सी हैं, लेकिन इसमें दुनिया की प्रगति को बड़ी गति देने की ताकत है। और इसलिए ही आज सेमीकंडक्टर्स का ग्लोबल मार्केट 600 बिलियन डॉलर्स तक पहुंच रहा है। और अगले कुछ साल में ये वन ट्रिलियन डॉलर को भी पार कर जाएगा। और मुझे विश्वास है, भारत जिस तेजी से सेमीकंडक्टर सेक्टर में आगे बढ़ रहा है, इस वन ट्रिलियन मार्केट शेयर में एक अहम हिस्सा भारत का रहने वाला है।
Friends,
भारत की स्पीड क्या है, ये भी मैं आपके सामने रखना चाहता हूं। साल 2021 में हमने सेमीकॉन इंडिया प्रोग्राम शुरु किया, साल 2023 तक भारत का पहला सेमीकंडक्टर प्लांट अप्रूव हो गया। साल 2024 में हमने कुछ और प्लांट्स अप्रूव किए, साल 2025 में हमने 5 और प्रोजेक्ट्स क्लीयर किए, कुल मिलाकर सेमीकंडक्टर के 10 प्रोजेक्ट्स में Eighteen Billion Dollar यानि डेढ़ लाख करोड़ रुपए से अधिक का इन्वेस्टमेंट हो रहा है। ये भारत पर दुनिया के बढ़ रहे भरोसे को दिखाता है।
साथियों,
आप जानते हैं, सेमीकंडक्टर्स में स्पीड मैटर करती है। फाइल से फैक्ट्री का समय जितना कम होगा, जितना कम पेपरवर्क होगा, वेफर वर्क उतना जल्दी शुरू हो पाएगा। इसी अप्रोच भाव के साथ हमारी सरकार काम कर रही है। हमने National Single Window System लागू किया है। इससे केंद्र और राज्यों के सारे अप्रूवल्स एक ही प्लेटफॉर्म पर मिल रहे हैं। इससे हमारे इन्वेस्टर्स बहुत सारे पेपरवर्क से मुक्त हो गए हैं। आज देश भर में प्लग एंड प्ले इंफ्रास्ट्रक्चर मॉडल पर सेमीकंडक्टर पार्क्स बनाए जा रहे हैं। इन पार्क्स में लैंड, पावर सप्लाई, पोर्ट्स, एयरपोर्ट, इन सबकी कनेक्टिविटी के साथ स्किल्ड वर्कर पूल तक की सुविधा उपलब्ध है। और जब इनके साथ इन्सेंटिव्स भी जुड़ जाते हैं, तो इंडस्ट्री का फलना-फूलना तय है। PLI Incentives हों, Design Linked Grants हों, भारत End To End Capabilities ऑफर कर रहा है। इसलिए इन्वेस्टमेंट भी लगातार आ रहा है। भारत अब Backend से निकलकर एक Full Stack Semiconductor Nation बनने की ओर बढ़ रहा है। वो दिन दूर नहीं है, जब भारत की सबसे छोटी चिप, दुनिया के सबसे बड़े change को ड्राइव करेगी। Off-course Our journey began late but nothing can stop us now. मुझे बताया गया है कि सी जी पावर का पायलट प्लांट 4-5 दिन पहले, यानि 28 अगस्त से शुरू हो गया है। केन्स का भी पायलट प्लांट शुरू होने वाला है। टेस्ट चिप्स तो माइक्रोन और टाटा की पहले से निकल रही हैं। जैसा मैंने पहले भी कहा है, कमर्शियल चिप्स इसी साल से निकलने लगेंगी। ये दिखाता है कि सेमीकंडक्टर सेक्टर में भारत कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है।
साथियों,
भारत में सेमीकंडक्टर्स की सक्सेस स्टोरी किसी एक वर्टिकल तक, किसी एक टेक्नोलॉजी तक सीमित नहीं है। हम एक पूरा इकोसिस्टम बना रहे हैं, ऐसा इकोसिस्टम, जिसमें डिज़ाइनिंग, मैन्युफैक्चरिंग, पैकेजिंग और हाई-टेक डिवाइस, सब कुछ यहीं भारत में उपलब्ध हो। हमारा Semiconductor Mission, सिर्फ एक फैब या एक चिप निर्माण तक सीमित नहीं है। हम एक ऐसा semiconductor ecosystem बना रहे हैं, जो भारत को आत्मनिर्भर और ग्लोबली कंपीटिटिव बनाए।
Friends,
भारत के सेमीकंडक्टर मिशन की एक और खासियत है। भारत दुनिया की Most Advanced Technologies के साथ, इस क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। जो Emerging Technologies हैं, उनको भारत में बनी चिप्स से नई पावर मिले, ये हमारा फोकस है। नोएडा और बेंगलुरु में बन रहे हमारे Design Centers, दुनिया की कुछ Most Advanced Chips बनाने पर काम कर रहे हैं। ये ऐसी चिप्स हैं जिसमें बिलियंस ऑफ ट्रांजिस्टर्स को स्टोर किया जा रहा है। इन चिप्स से 21वीं सदी की Immersive Technologies को नई पावर मिलेगी।
साथियों,
आज विश्व के सेमीकंडक्टर, इस सेक्टर के सामने जो चैलेंजेस हैं, भारत उस पर भी लगातार काम कर रहा है। आज हम शहरों में गगनचुंबी इमारतें देखते हैं, शानदार फिज़िकल इंफ्रास्ट्रक्चर देखते हैं। ऐसे इंफ्रास्ट्रक्चर की बुनियाद स्टील है। और जो हमारा डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर है, उसका आधार क्रिटिकल मिनरल्स हैं। इसलिए भारत आज नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन पर काम कर रहा है। हम रेयर मिनरल्स की अपनी डिमांड को अपने यहां ही पूरा करने में जुटे हैं। पिछले चार सालों में, हमने क्रिटिकल मिनरल्स प्रोजेक्ट्स पर काफी काम किया है।
साथियों,
सेमीकंडक्टर सेक्टर की ग्रोथ में हमारी सरकार स्टार्ट अप्स और MSME’s को भी बहुत बड़ी भूमिका में देख रही है। आज दुनिया का 20 परसेंट Semiconductor Design Talent भारत कंट्रीब्यूट करता है। भारत में जो Youth है, वो Semiconductor Industry की सबसे बड़ी Human Capital Factory है। मैं अपने young entrepreneurs से, इनोवेटर्स से, स्टार्ट अप्स से कहूंगा कि आप आगे आएं, सरकार आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। Design Linked Incentive Scheme और Chips-To-Startup Programme, ये आपके लिए ही है। सरकार Design Linked Incentive Scheme को नया रूप भी देने जा रही है। हमारा प्रयास है इस सेक्टर में भारतीय इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (IP) विकसित हो। हाल ही में लॉन्च किए गए, अनुसंधान नेशनल रिसर्च फंड के साथ टाई-अप से भी आपको मदद मिलेगी।
साथियों,
यहां कई राज्य भी पार्टिसिपेट कर रहे हैं, बहुत सारे राज्यों ने सेमीकंडक्टर्स सेक्टर के लिए स्पेशल पॉलिसी बनाई हैं, ये राज्य अपने यहां स्पेशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर बल दे रहे हैं। मैं देश के सभी राज्यों से भी कहूंगा, वो अपने यहां सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम विकसित करने के लिए दूसरे राज्यों के साथ एक healthy competition करें, अपने यहां निवेश का माहौल बढाएं।
Friends,
भारत रिफॉर्म, परफॉर्म एंड ट्रांसफॉर्म के मंत्र पर चलते हुए यहां पहुंचा है। आने वाले समय में हम नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म्स का नया दौर शुरु करने वाले हैं। हम इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन के अगले फेज़ पर भी काम कर रहे हैं। मैं यहां आए हुए सभी इंवेस्टर्स से कहूंगा कि हम खुले दिल से आपका स्वागत करने के लिए तैयार हैं। और आपकी भाषा में कहूं, तो Design तैयार है, Mask Aligned है। अब टाइम Precision के साथ Execution करने का है, और Scale पर Deliver करने का है। हमारी पॉलिसीज़, Short-Term Signals नहीं हैं, ये Long-Term Commitments हैं। आपकी हर ज़रूरत को हम पूरा करेंगे। वो दिन दूर नहीं जब पूरी दुनिया कहेगी- Designed In India, Made In India, Trusted By The World. हमारे Efforts का हर Bit सफल हो, हर Byte Innovation से युक्त हो, और हमारी Journey हमेशा Error-Free और High Performance से भरपूर हो। इसी भावना के साथ आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं!
Thank You!