पशु स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोगात्मक अनुसंधान के लिए केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद और पीवी नरसिम्हा राव तेलंगाना पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
पशु स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोगात्मक अनुसंधान के लिए केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद और पीवी नरसिम्हा राव तेलंगाना पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
आयुष मंत्रालय के केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) और पीवी नरसिम्हा राव तेलंगाना पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय (पीवीएनआरटीवीयू), राजेंद्रनगर, हैदराबाद के बीच पशु चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में सहयोगात्मक अनुसंधान और शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने संबंधी एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
समझौता ज्ञापन पर सीसीआरएएस की ओर से सीसीआरएएस-राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा विरासत संस्थान हैदराबाद के प्रभारी सहायक निदेशक डॉ. गोली पेंचला प्रसाद और पीवीएनआरटीवीयू की ओर से रजिस्ट्रार प्रो. ए. शरतचंद्र अमरावती ने हस्ताक्षर किए। हस्ताक्षर समारोह में पीवीएनआरटीवीयू के कुलपति प्रो. एम. ज्ञान प्रकाश और सीसीआरएएस के उप महानिदेशक डॉ. नारायणम श्रीकांत सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया जिनमें पीवीएनआरटीवीयू के अनुसंधान निदेशक डॉ. हरिकृष्ण, निदेशक, छात्र मामले डॉ. सतीश कुमार , डीन संकाय डॉ. एम. उदय कुमार, निदेशक, विस्तार डॉ. एम. किशन कुमार, परीक्षा नियंत्रक डॉ. जयलक्ष्मी, एसोसिएट प्रोफेसर, पशु चिकित्सा सार्वजनिक स्वास्थ्य और महामारी विज्ञान विभाग डॉ. बीसम श्रीनिवास, तथा सीसीआरएएस-एनआईआईएमएच, हैदराबाद के अनुसंधान अधिकारी (आयुर्वेद) डॉ. साकेत राम थ्रीगुल्ला और डॉ. संतोष माने शामिल हुए।
समझौते के मुख्य बिंदु
आरंभ में पांच वर्षों के लिए यह गैर-वित्तीय समझौता ज्ञापन पशु और मानव स्वास्थ्य की गंभीर चुनौतियों के समाधान में आधुनिक पशु चिकित्सा विज्ञान को पारंपरिक आयुर्वेदिक ज्ञान के साथ समेकित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस साझेदारी से पशु कल्याण और पशुधन उत्पादन में नवीन समाधान प्राप्त होने की संभावना है, जिससे व्यापक “वन हेल्थ” अवधारणा को बढ़ावा मिलेगा।