राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने बिहार के कटिहार जिले के हफलागंज क्षेत्र में एक सरकारी स्कूल के एक कमरे में कई छात्रों को बंद करने के बाद शिक्षकों द्वारा कथित तौर पर शारीरिक दंड देने के मामले में स्वतः संज्ञान लिया
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने बिहार के कटिहार जिले के हफलागंज क्षेत्र में एक सरकारी स्कूल के एक कमरे में कई छात्रों को बंद करने के बाद शिक्षकों द्वारा कथित तौर पर शारीरिक दंड देने के मामले में स्वतः संज्ञान लिया
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी), ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लिया है जिसमें बताया गया था कि 21 अगस्त, 2025 को बिहार के कटिहार जिले के हफलागंज क्षेत्र में एक सरकारी स्कूल में लगभग 18 छात्रों को उनके शिक्षकों द्वारा एक कमरे में बंद करने के बाद शारीरिक दंड दिया गया। कुछ अभिभावकों द्वारा किसी काम के सिलसिले में परिसर का दौरा करने के बाद जब उन्होंने शोर मचाया तो उनकी यह यातना रुकी।
आयोग ने कहा कि यदि समाचार रिपोर्ट की सामग्री सत्य है, तो यह छात्रों के मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है। इसलिए, आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और कटिहार के पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
22 अगस्त, 2025 को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कई ग्रामीण स्कूल में इकट्ठा हुए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। खतरे को देखते हुए स्कूल से सभी पुरुष शिक्षक स्कूल छोड़कर भाग गए। पुलिस भी इस अवसर पर मौके पर पहुँच गई थी।