राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राजस्थान के जयपुर स्थित अस्पताल में चिकित्सकीय लापरवाही के कारण एक महिला की कथित मृत्यु का स्वतः संज्ञान लिया
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राजस्थान के जयपुर स्थित अस्पताल में चिकित्सकीय लापरवाही के कारण एक महिला की कथित मृत्यु का स्वतः संज्ञान लिया
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वतः संज्ञान लिया है जिसमें बताया गया है कि 21 अगस्त, 2025 को राजस्थान के जयपुर स्थित एसएमएस मेडिकल कॉलेज से संबद्ध महिला अस्पताल में प्रसव के बाद कथित रूप से चिकित्सकीय लापरवाही के कारण एक 26 वर्षीया महिला की मृत्यु हो गई। महिला के परिजनों ने आरोप लगाया है कि न तो अस्पताल के कर्मचारियों और न ही डॉक्टरों ने उसकी देखभाल की, जबकि सर्जरी के बाद उसे बहुत अधिक रक्तस्राव हो रहा था और वह पीड़ा से तड़प रही थी। उन्होंने परिजनों को उससे मिलने या उसे वार्ड से आईसीयू में स्थानांतरित करने की भी अनुमति नहीं दी।
आयोग ने पाया है कि यदि समाचार रिपोर्ट सत्य है, तो यह पीड़ित महिला के मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है। इसलिए, आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और जयपुर के पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
22 अगस्त, 2025 को प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महिला पैदल चलकर एसएमएस मेडिकल कॉलेज आई और उसे महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 19 अगस्त, 2025 को प्रसव के लिए उसका ऑपरेशन किया गया। पीड़िता को रात भर अत्यधिक रक्तस्राव हुआ और अगली सुबह उसकी मृत्यु हो गई। एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने कथित तौर पर इस घटना को गंभीर बताया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जाएगी और लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।