नए आपदा प्रबंधन तकनीकी प्लेटफ़ॉर्म का शुभारंभ
नए आपदा प्रबंधन तकनीकी प्लेटफ़ॉर्म का शुभारंभ
भारत सरकार ने 16 जून 2025 को आपदा तैयारी और प्रतिक्रिया तंत्र को मज़बूत करने के लिए तीन नई प्रमुख पहलों, अर्थात् आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए एकीकृत नियंत्रण कक्ष (आईसीआर–ईआर), एनडीईएम लाइट 2.0 मोबाइल ऐप और असम बाढ़ जोखिम क्षेत्रीकरण एटलस का शुभारंभ किया।
i. आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए एकीकृत नियंत्रण कक्ष (आईसीआर–ईआर)
आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए एकीकृत नियंत्रण कक्ष (आईसीआर–ईआर) अत्याधुनिक अवसंरचना, आपदा–प्रतिरोधी सुविधा है। आईसीआर–ईआर का उद्देश्य लगभग वास्तविक समय में सूचना प्राप्ति, रणनीतिक स्तर की निगरानी, स्थितिजन्य जागरूकता और तैयारी एवं प्रतिक्रिया गतिविधियों से संबंधित प्रभावी निर्णय लेने में सक्षम बनाना है। आईसीआर–ईआर को समर्थन देने वाली प्रमुख तकनीकी रीढ़ों में से एक राष्ट्रीय आपातकालीन प्रबंधन डेटाबेस (एनडीईएम), संस्करण 5.0 है। इसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन – राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (इसरो–एनआरएससी) ने विकसित किया है। यह प्लेटफ़ॉर्म विशेष रूप से भारत भर में प्राकृतिक आपदाओं के प्रबंधन में आईसीआर–ईआर की परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। डेटा और आपदा–विशिष्ट जानकारी के रीयल–टाइम प्रसारण के लिए पूर्वानुमान लगाने वाले संगठनों की सेवाओं को एपीआई के माध्यम से एकीकृत किया गया है। इससे राहत और बचाव कार्यों, क्षति आकलन, आपदा जोखिम विश्लेषण आदि में मदद मिलेगी। आईसीआर–ईआर राज्यों/केंद्रीय एजेंसियों के साथ प्रतिक्रिया की निगरानी और समन्वय कर रहा है और 24×7 कार्यरत है।
ii. एनडीईएम लाइट 2.0 ऐप
यह इसरो–एनआरएससी द्वारा विकसित राष्ट्रीय आपातकालीन डेटाबेस ऐप का हल्का संस्करण है। एनडीईएम मोबाइल ऐप राहत एवं बचाव अधिकारियों और जमीनी स्तर के आपदा प्रबंधन अधिकारियों को लगभग रीयल–टाइम संचालन में सहायता करेगा।
मोबाइल ऐप के माध्यम से आपदा–विशिष्ट अलर्ट जमीनी स्तर पर आपदा प्रबंधन अधिकारियों की मदद करेंगे।
iii. असम बाढ़ जोखिम क्षेत्रीकरण एटलस
यह असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र द्वारा बाढ़ शमन प्रयासों में सहायता के लिए विकसित महत्वपूर्ण नियोजन उपकरण है। असम बाढ़ जोखिम एटलस बाढ़ के मैदानों में विकासात्मक गतिविधियों को नियंत्रित करने, फसल बीमा, बाढ़ नियंत्रण संरचनाओं की योजना बनाने और बाढ़ राहत एवं बचाव केंद्रों के निर्माण में उपयोगी है।
एनडीईएम 5.0 जियोपोर्टल खुला है और देश के किसी भी उपयोगकर्ता द्वारा राज्य/ज़िला/तहसील और ग्राम स्तर से इसे एक्सेस किया जा सकता है। असम बाढ़ जोखिम एटलस देश के किसी भी उपयोगकर्ता द्वारा एनडीईएम 5.0 जियोपोर्टल या आईसीआर–ईआर से डाउनलोड के लिए खुला है।
गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।