एसडीएस 2.0 के अंतर्गत ओडिशा में पर्यटन विकास
एसडीएस 2.0 के अंतर्गत ओडिशा में पर्यटन विकास
पर्यटन स्थलों और उत्पादों का विकास और संवर्धन मुख्य रूप से संबंधित राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) प्रशासनों द्वारा किया जाता है। पर्यटन मंत्रालय अपनी केंद्रीय क्षेत्र योजना ‘स्वदेश दर्शन (एसडी)‘ के माध्यम से राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों को वित्तीय सहायता प्रदान करके, ओडिशा राज्य सहित राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों के प्रयासों में योगदान देता है। पर्यटन मंत्रालय ने अपनी स्वदेश दर्शन योजना (एसडी 1.0) के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2016-17 के दौरान ओडिशा राज्य में तटीय सर्किट की थीम के अंतर्गत ‘गोपालपुर, बरकुल, सातपदा और तमपारा का विकास‘ परियोजना को मंजूरी दी है। इस परियोजना को फिजिकल रूप से पूर्ण घोषित कर दिया गया है।
मंत्रालय ने गंतव्य और पर्यटक केंद्रित दृष्टिकोण को अपनाते हुए सतत और जिम्मेदार पर्यटन स्थलों को विकसित करने के उद्देश्य से स्वदेश दर्शन योजना को स्वदेश दर्शन 2.0 (एसडी2.0) के रूप में नया रूप दिया है। ओडिशा राज्य सरकार के परामर्श से, ‘देबरीगढ़‘ और ‘खिंडा गाँव‘ जैसे विशेष आकर्षण को एसडी 2.0 के अंतर्गत विकास के लिए एक गंतव्य के रूप में चिन्हित किया गया है, जिसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) अभी प्राप्त नहीं हुई है।
मंत्रालय पर्यटन अवसंरचना के विकास को इस प्रकार बढ़ावा देता है जिससे स्थानीय आजीविका और जनजातीय समुदायों सहित सामुदायिक भागीदारी में वृद्धि हो। इस योजना के अंतर्गत स्वीकृत परियोजनाओं का उद्देश्य कौशल विकास, स्व-रोजगार और स्थानीय हितधारकों की भागीदारी के अवसर पैदा करना है।
यह जानकारी केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।