Wednesday, December 24, 2025
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उपराष्ट्रपति ने आगरा में तीसरे संसद खेल महोत्सव में युवाओं से “नशीली दवाओं को ना और खेलों को हां,” कहने का आह्वान किया

उपराष्ट्रपति ने आगरा में तीसरे संसद खेल महोत्सव में युवाओं से “नशीली दवाओं को ना और खेलों को हां,” कहने का आह्वान किया

उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने आज उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक शहर आगरा में आयोजित तीसरे संसद खेल महोत्सव में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लिया। यह आयोजन युवा खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों की उत्साहजनक भागीदारी से जमीनी स्‍तर की बढ़ती खेल संस्कृति को दर्शाता है।

Vice-President Shri C. P. Radhakrishnan attended the 3rd Sansad Khel Mahotsav in Agra and highlighted the role of sports in building discipline, character, teamwork, and national strength.

The Vice-President called upon the youth to say “No to drugs and Yes to sports,” lauded… pic.twitter.com/o2Ilex4vOB

उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में संसद खेल महोत्सव का हिस्सा बनने पर प्रसन्‍नता व्‍यक्‍त की। खेलों से अपना व्यक्तिगत जुड़ाव साझा करते हुए उन्‍होंने स्कूल-कॉलेज के दिनों में खेलों में अपनी उत्साहपूर्वक भागीदारी और टेबल टेनिस में कॉलेज चैंपियन रहने का उल्‍लेख किया। उन्‍होंने बताया कि लंबी दूरी की दौड में भी उन्‍होंने हिस्‍सा लिया है और क्रिकेट तथा वॉलीबॉल जैसे खेलों में उनकी रूचि रही है।  श्री राधाकृष्‍णन ने शारीरिक चाक-चौबंद और मानसिक दृढ़ता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि खेल पृष्‍ठभूमि से ही उन्‍हें कठिन पदयात्रा और 19 हजार किलोमीटर की रथयात्रा करने में मदद मिली

उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत के प्राचीन ज्ञान ने हमेशा मन और शरीर के तालमेल को महत्व दिया है। उन्होंने खेलों को केवल प्रतिस्पर्धी गतिविधियों की बजाय, चरित्र निर्माण का शक्तिशाली साधन बताया, जो अनुशासन, दृढ़ता, समूह भावना और नियमों का सम्मान जैसे मूल्य विकसित करते हैंये गुण व्यक्तिगत विकास और राष्ट्र निर्माण के लिए आवश्यक हैं। श्री राधाकृष्‍णन ने कहा कि संसद खेल महोत्सव जैसे आयोजन की जमीनी स्तर पर इन मूल्यों को पोषित करने में अहम भूमिका है।

महानगरों से बाहर खेलों को बढ़ावा देने के लिए आयोजकों की सराहना करते हुए श्री राधाकृष्णन ने पिछले 11 वर्षों में भारत के खेल तंत्र में आए संरचनात्मक बदलाव का उल्‍लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, खेलो इंडिया, फिट इंडिया मूवमेंट और स्वदेशी खेलों को समर्थन दिए जाने जैसी पहल राष्ट्र के विकास का समग्र दृष्टिकोण दर्शाती है।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि हाल के वर्षों में भारत ने खेलों में उल्‍लेखनीय उपलब्धियां हासिल की है। उन्होंने अस्मिता महिला लीग जैसी पहल का उदाहरण देते हुए खेलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाए जाने के केन्द्रित प्रयासों की चर्चा की।

युवाओं में नशीली दवाओं के दुरुपयोग की चुनौती पर उपराष्‍ट्रपति ने कहा कि खेल, नशामुक्त भारत के निर्माण के सबसे प्रभावी उपायों में से एक हैं। उन्होंने युवाओं से नशीली दवाओं को ना कहने और खेलों को हां कहने का आह्वान कियाउन्‍होंने जोर देते हुए कहा कि स्वस्थ और सक्रिय युवा ही एक मजबूत राष्ट्र का आधार है।

उपराष्ट्रपति ने बच्चों और युवाओं को खेलों में भाग लेने को प्रोत्साहित करने के लिए अभिभावकों और शिक्षकों का आह्वान करते हुए चरित्र निर्माण और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व का उल्‍लेख किया। उन्‍होंने संतुलित शिक्षा प्रणाली का पक्ष रखा, जो शिक्षा और खेल दोनों को समान महत्व देती है।

संसद खेल महोत्सव आगरा में 21 से 25 दिसंबर तक आयोजित किया जा रहा हैपांच दिनों के इस महोत्सव के दौरान 33 से अधिक टीम और व्यक्तिगत खेल प्रतिस्‍पर्धाओं में हजारों निवासी भाग ले रहे हैं।

Vice-President witnessed various sporting events at the Sansad Khel Mahotsav and distributed trophies to the winners. pic.twitter.com/Os5Q1sK7X7

कार्यक्रम में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं दुग्ध उत्पादन तथा पंचायती राज राज्य मंत्री और आगरा से सांसद प्रो. एस.पी.सिंह बघेल; उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री श्री योगेंद्र उपाध्याय और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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