Wednesday, December 24, 2025
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केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने संशोधित झरिया मास्टर प्लान के अंतर्गत पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की

केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने संशोधित झरिया मास्टर प्लान के अंतर्गत पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की

केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने अपने धनबाद दौरे के दूसरे दिन झरिया कोयला क्षेत्र में पुनर्वास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और संशोधित झरिया मास्टर प्लान (आरजेएमपी) के अंतर्गत बेलगरिया और करमाटांड पुनर्वास स्थलों पर जनहितैषी परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। श्री रेड्डी को बीसीसीएल गेस्ट हाउस में सीआईएसएफ कर्मियों द्वारा औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

आर्थिक मामलों पर कैबिनेट समिति ने  25 जून 2025 को संशोधित झरिया मास्टर प्लान (आरजेएमपी) अनुमोदित किया था जिसका उद्देश्य झरिया कोयला क्षेत्र में खदानों में आग लगने, भूमि धंसने और पुनर्वास से संबंधित दीर्घकालिक चुनौतियों का समाधान करना है। आरजेएमपी के अंतर्गत संकटग्रस्त क्षेत्रों से गैर-बीसीसीएल परिवारों का पुनर्वास राज्य सरकार के अधीन झरिया पुनर्वास एवं विकास प्राधिकरण (जेआरडीए) द्वारा किया जा रहा है, जबकि भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) अपने परिचालन क्षेत्रों के भीतर परिवारों के पुनर्वास के लिए जिम्मेदार है।

बेलगारिया पुनर्वास टाउनशिप

श्री रेड्डी ने बेलगारिया पुनर्वास टाउनशिप में, जेआरडीए के प्रशासनिक भवन और एक सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) दुकान का उद्घाटन किया जिसे निवासियों के लिए चौबीसों घंटे शासन, कुशल कॉलोनी प्रबंधन और समयबद्ध शिकायत निवारण सुनिश्चित करने के लिए स्थापित किया गया है।

श्री रेड्डी ने प्रमुख अवसंरचना परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी, जिनमें बढ़ती जनसंख्या की जरूरतों को पूरा करने के लिए सड़क चौड़ीकरण कार्य (चरण II और III) शामिल हैं; सुरक्षा में सुधार और पर्यावरण के अनुकूल अवसंरचना को बढ़ावा देने के लिए 500 एलईडी सौर स्ट्रीट लाइटों की स्थापना; चरण IV, VI, VII और VIII के लिए शेष विकास कार्य; और प्राथमिक विद्यालय को आधुनिक कक्षाओं, डिजिटल शिक्षण सुविधाओं, स्वच्छता अवसंरचना, बिजली बैकअप और बेहतर शैक्षिक सुविधाओं के साथ एक आदर्श विद्यालय में उन्नत करना शामिल है।

जेआरडीए द्वारा विकसित सबसे बड़ी पुनर्वास बस्ती बेलगारिया को एक व्यापक पुनर्वास केंद्र के रूप में परिकल्पित किया गया है। आठ चरणों में 1,191 ब्लॉकों के साथ विकसित इस बस्ती में कुल 18,272 घर हैं, जिन्हें मजबूत नागरिक, सामाजिक और सामुदायिक बुनियादी ढांचे  है। जेआरडीए प्रशासनिक भवन और पीडीएस दुकान ₹1.23 करोड़ की परियोजना लागत से बनकर तैयार हो चुके हैं।

आजीविका सहायता की एक महत्वपूर्ण पहल के अंतर्गत, बीसीसीएल के सीएसआर कार्यक्रम के तहत पुनर्वासित परिवारों को 11 ई-रिक्शा वितरित किए गए, जिससे स्थायी आय सृजन और स्वरोजगार के अवसर प्राप्त हुए।

श्री रेड्डी ने बेलगारिया में की गई प्रगति की सराहना की और  परिवारों के लिए सुरक्षित, सम्मानजनक और टिकाऊ जीवन स्थितियों को सुनिश्चित करने के लिए समयबद्ध क्रियान्वयन, उच्च गुणवत्ता वाले निर्माण और आजीविका-उन्मुख पुनर्वास के महत्व पर जोर दिया।

कर्मतांड पुनर्वास स्थल

संकटग्रस्त क्षेत्रों से विस्थापित परिवारों के लिए बीसीसीएल द्वारा विकसित कर्मतांड पुनर्वास स्थल पर, श्री रेड्डी ने उल्लेख किया कि सुनिश्चित जल और बिजली आपूर्ति, चौड़ी आंतरिक सड़कों, स्ट्रीट लाइटिंग और सुरक्षा व्यवस्था के साथ 4,008 घरों का निर्माण किया गया है।

करमाटांड में सभा को संबोधित करते हुए श्री रेड्डी ने कहा कि संशोधित झरिया मास्टर प्लान (आरजेएमपी) असुरक्षित आवास, खदानों में आग और भूस्खलन जैसी चुनौतियों का समाधान करने के लिए सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने व्यापक और जन-केंद्रित पुनर्वास दृष्टिकोण के माध्यम से इन चुनौतियों का समाधान किया जाएगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बीसीसीएल ने आरजेएमपी के तहत कई पुनर्वास स्थल विकसित किए हैं, जिनमें करमाटांड एक प्रमुख पुनर्वास केंद्र के रूप में उभरा है।

मंत्री महोदय ने करमाटांड में स्थित मिडिल/हाई स्कूल का उद्घाटन किया, जिसे लोदना क्षेत्र से एक नए पुनर्निर्मित भवन में स्थानांतरित किया गया है। यह विद्यालय 1 नवंबर 2025 से कार्यरत है और आधुनिक साज-सामान और सुविधाओं से सुसज्जित उन्नत बुनियादी ढांचे के माध्यम से पुनर्वासित परिवारों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है।

मंत्री ने करमाटांड में विविध-कौशल विकास संस्थान (एमएसडीआई-IV) का भी उद्घाटन किया। राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद (एनएसडीसी) के सहयोग से 27 नवंबर 2025 से कार्यरत ये संस्थान ग्राहक सेवा कार्यकारी, ब्यूटीशियन और सहायक फिटर जैसे व्यवसायों में कौशल प्रशिक्षण प्रदान करता है, और बाजार की मांग के आधार पर इसके विस्तार की भी संभावना है।

श्री रेड्डी ने  कहा कि करमाटांड में मुफ्त ई-बस परिवहन सेवाएं, एक बाजार परिसर और शिकायत निवारण तंत्र पहले से ही मौजूद हैं, जबकि स्वास्थ्य सेवाओं, सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) सुविधाओं, सामुदायिक बुनियादी ढांचे और आंगनवाड़ी केंद्रों को और मजबूत करने के प्रयास जारी हैं।

अपनी यात्रा के दौरान, श्री रेड्डी ने भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के एकीकृत कमांड और नियंत्रण केंद्र (आईसीसीसी) का उद्घाटन किया जो सीसीटीवी निगरानी, ​​आरएफआईडी-आधारित एक्सेस कंट्रोल, वाहन ट्रैकिंग सिस्टम और स्वचालित वजन सुविधाओं सहित उन्नत डिजिटल प्रणालियों को एकीकृत करता है, जिससे बीसीसीएल के संचालन में सुरक्षा, पारदर्शिता और परिचालन दक्षता में वृद्धि होती है।

श्री रेड्डी ने बीसीसीएल के दुग्ध सौर ऊर्जा संयंत्र का भी उद्घाटन किया, जो स्वच्छ ऊर्जा को अपनाने, कार्बन उत्सर्जन को कम करने और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार और टिकाऊ संचालन के लिए बीसीसीएल की प्रतिबद्धता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

ये सभी पहलें मिलकर झारिया कोयला क्षेत्र में खनन गतिविधियों से प्रभावित परिवारों के सुरक्षित पुनर्वास, बेहतर जीवन स्तर, आजीविका के अधिक अवसर और सतत विकास सुनिश्चित करने के प्रति भारत सरकार, जेआरडीए और बीसीसीएल की प्रतिबद्धता की पुष्टि करती हैं। आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, कौशल विकास, स्वच्छ ऊर्जा और स्मार्ट बुनियादी ढांचे को शामिल करने वाला यह एकीकृत दृष्टिकोण संशोधित झारिया मास्टर प्लान के अंतर्गत पुनर्वास प्रक्रिया को गति देते हुए जीवन स्तर में उल्लेखनीय सुधार लाने की उम्मीद है।

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