सीआरआईएसपीआर नवाचार और अनुवाद उत्कृष्टता केंद्र (सीओई-सीआईटी) की स्थापना के लिए आशय पत्र
सीआरआईएसपीआर नवाचार और अनुवाद उत्कृष्टता केंद्र (सीओई-सीआईटी) की स्थापना के लिए आशय पत्र
सीआरआईएसपीआर नवाचार और अनुवाद उत्कृष्टता केंद्र (सीओई-सीआईटी) की स्थापना के लिए आशय पत्र (एलओआई) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह अत्याधुनिक सीआरआईएसपी प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके प्रयोगशाला में किए गए वैज्ञानिक आविष्कारों को वास्तविक दुनिया के नैदानिक अनुप्रयोगों में परिवर्तित करने के लिए एक समर्पित केंद्र होगा। सीआरआईएसपीआर (क्लस्टर्ड रेगुलरली इंटरस्पेस्ड शॉर्ट पैलिंड्रोमिक रिपीट्स) एक जीन-संपादन तकनीक है जो वैज्ञानिकों को डीएनए को सटीक रूप से काटने, बदलने या हटाने की अनुमति देती है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के बेंगलुरु स्थित स्वायत्त संस्थान जवाहरलाल नेहरू उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र (जेएनसीएएसआर) और किफायती निदान विकसित करने के लिए क्रिसप्र जीन-संपादन तकनीक का उपयोग करके जैव प्रौद्योगिकी पर केंद्रित दिल्ली स्थित क्रिसप्रबिट्स प्राइवेट लिमिटेड (सीआरआईएसपी) ने संयुक्त रूप से सीओई-सीआईटी की स्थापना के लिए आशय पत्र (एलओआई) पर हस्ताक्षर की घोषणा की। यह देश में शिक्षा और उद्योग जगत के बीच एक ऐतिहासिक सार्वजनिक-निजी साझेदारी है।
सीओई-सीआईटी का उद्देश्य प्रयोगशाला में तैयार दवाई रोगी तक पहुंचाने और जेएनसीएएसआर की मूलभूत जैव चिकित्सा विज्ञान में दक्षता और सीआरआईएसपीआर बिट्स की अनुप्रयुक्त जीन-संपादन और ट्रांसलेशनल प्लेटफॉर्म में विशेषज्ञता को मिलाकर चिकित्सीय लाभ प्रदान करना है। यह दर्शाता है कि भारतीय वैज्ञानिक नवाचार सामाजिक और नैदानिक लाभ के लिए प्रभावी ढंग से कैसे उपयोग किया जा सकता है। इसके साथ ही यह उत्कृष्टता केंद्र देश के जैव प्रौद्योगिकी और नवाचार इको-सिस्टम को मजबूत करने के लिए अकादमिक-उद्योग साझेदारी के लिए अनुकरणीय राष्ट्रीय मॉडल के रूप में कार्य करेगा।
जेएनसीएएसआर के अध्यक्ष उमेश वाघमारे ने बताया कि स्वास्थ्य विज्ञान में किफायती और सुलभ नवीन समाधानों के विकास के लिए इंटेलिजेंट मॉलिक्यूलर प्लेटफॉर्म में विशेषज्ञ क्रिस्परबिट्स के साथ साझेदारी में अपने परिसर में इस सह-शिक्षण संस्थान की स्थापना करना जेएनसीएएसआर के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। आनुवंशिकी, आणविक एवं रासायनिक जीव विज्ञान और कम्प्यूटेशनल जीव विज्ञान में आपसी समन्वय के साथ यह अनूठी साझेदारी समाज और राष्ट्रीय मिशनों के लिए एक नया मार्ग प्रशस्त करेगी।

चित्र 1: जेएनसीएएसआर के अध्यक्ष प्रोफेसर उमेश वी वाघमार और क्रिसप्रबिट्स प्राइवेट लिमिटेड के सह-संस्थापक और सीईओ डॉ. विजय चंद्रू, रुचि ने आशय पत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद।

चित्र 2: आशय पत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद जेएनसीएएसआर और क्रिसप्रबिट्स प्राइवेट लिमिटेड टीम के सदस्य।