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संसद का शीतकालीन सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

संसद का शीतकालीन सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

संसद का शीतकालीन सत्र, 2025 सोमवार, 1 दिसंबर, 2025 को शुरू हुआ था। यह सत्र शुक्रवार, 19 दिसंबर, 2025 को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। सत्र में 19 दिनों के दौरान 15 बैठकें हुईं।

सत्र के दौरान, लोकसभा में 10 विधेयक पेश किए गए और उनमें से 8 विधेयक लोकसभा द्वारा पारित किए गए, साथ ही राज्यसभा द्वारा भी 8 विधेयक पारित किए गए। इस प्रकार संसद के दोनों सदनों द्वारा कुल 8 विधेयक पारित किए गए।

राष्ट्र गीतवंदे मातरमकी 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में लोकसभा में 8 दिसंबर और राज्यसभा में 9, 10 और 11 दिसंबर 2025 को विशेष चर्चा आयोजित की गई। लोकसभा में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस चर्चा का शुभारंभ किया। इस चर्चा में 65 सदस्यों ने भाग लिया और सदन 11 घंटे 32 मिनट तक चला। राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने चर्चा का शुभारंभ किया। 81 सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया और सदन के नेता (राज्यसभा) के भाषण के साथ इसका समापन हुआ। इस चर्चा में सदन कुल 12 घंटे 49 मिनट तक चला।

इसके अतिरिक्त, लोकसभा में 9 और 10 दिसंबर तथा राज्यसभा में 11, 15 और 16 दिसंबर 2025 को चुनाव सुधारों पर चर्चा हुई। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने लोकसभा में चर्चा का समापन किया। चर्चा में 62 सदस्यों ने भाग लिया। इस दौरान सदन 12 घंटे 59 मिनट तक चला। राज्यसभा में सदन के नेता ने चर्चा का समापन किया। चर्चा में 57 सदस्यों ने भाग लिया। सदन में यह चर्चा कुल 10 घंटे 37 मिनट तक चली।

वर्ष 2025-26 के लिए अनुदान की पूरक मांगों के पहले बैच पर पूर्ण रूप से चर्चा और मतदान हुआ तथा संबंधित विनियोग विधेयक को लोकसभा में 15.12.2025 को प्रस्तुत किया गया, विचार किया गया और पारित किया गया तथा राज्यसभा ने इसे 16.12.2025 को पारित कर वापस लोकसभा को भेज दिया।

राष्ट्रपति द्वारा मानसून सत्र 2025 के बाद जारी किए गए अध्यादेश, मणिपुर वस्तु और सेवा कर (द्वितीय संशोधन) अध्यादेश, 2025 (संख्या 2 वर्ष 2025) के स्थान पर एक विधेयक पर संसद के दोनों सदनों में इस सत्र के दौरान विचार किया गया और उसे पारित किया गया।

मणिपुर राज्य में जल (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण) संशोधन अधिनियम 2024 को अपनाने संबंधी वैधानिक प्रस्ताव को राज्यसभा में 3.12.2025 को स्वीकृत किया गया।

विकसित भारत शिक्षा अधिष्ठान विधेयक, 2025 को लोकसभा में प्रस्तुत किए जाने के बाद संसद के दोनों सदनों की संयुक्त समिति को भेजा गया।

इस सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों द्वारा 8 विधेयक पारित किए गए हैं, जिनमें से कुछ काविकसित भारतके उद्देश्यों को प्राप्त करने पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा। इनमें से कुछ विधेयक इस प्रकार हैं:

लोकसभा में पेश किए गए विधेयकों, लोकसभा/राज्यसभा द्वारा पारित विधेयकों और दोनों सदनों द्वारा पारित विधेयकों की सूचियाँ अनुलग्नक में संलग्न हैं।

लोकसभा की उत्पादकता लगभग 110 प्रतिशत और राज्यसभा की उत्पादकता लगभग 121 प्रतिशत रही है।

अनुलग्नक

विधायी कामकाज के दौरान किए गए कार्य

18वीं लोकसभा का छठा सत्र और राज्यसभा का 269 वां सत्र

1.     विकसित भारत शिक्षा अधिष्ठान विधेयक, 2025

 

  1. स्वास्थ्य सुरक्षा उपकर विधेयक का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य पर होने वाले व्यय को पूरा करने के लिए संसाधनों को बढ़ाना और निर्दिष्ट वस्तुओं के निर्माण या उत्पादन के लिए स्थापित मशीनों या अपनाई गई अन्य प्रक्रियाओं पर उक्त उद्देश्यों के लिए उपकर लगाना तथा उससे संबंधित मामलों के लिए उपकर लगाना है।

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