होमस्टे का विकास
होमस्टे का विकास
वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान पर्यटन मंत्रालय ने प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान (पीएम-जेयूजीए) के अंतर्गत स्वदेश दर्शन योजना की एक उप-योजना के रूप में ‘जनजातीय क्षेत्रों में होमस्टे का विकास’ योजना प्रारंभ की है, जिसका उद्देश्य जनजातीय क्षेत्रों में होमस्टे का विकास करना है।
इस योजना का उद्देश्य जनजातीय क्षेत्रों की पर्यटन क्षमता का उपयोग करना तथा जनजातीय समुदायों को आजीविका का वैकल्पिक साधन उपलब्ध कराना है। इसके अंतर्गत ग्राम समुदाय की आवश्यकताओं हेतु अधिकतम ₹5 लाख, प्रत्येक परिवार के लिए दो नए कमरों के निर्माण हेतु अधिकतम ₹5 लाख तथा प्रत्येक परिवार के मौजूदा कमरों के नवीनीकरण हेतु अधिकतम ₹3 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान किए जाने का प्रावधान है।
इस योजना के अंतर्गत 17 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से प्रस्ताव प्राप्त हुए, जिनमें से 5 प्रस्ताव — आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, मिज़ोरम, उत्तराखंड राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख से — कुल ₹17.52 करोड़ की लागत के लिए स्वीकृत किए गए हैं। हालांकि, अब तक किसी भी प्रकार की धनराशि जारी नहीं की गई है।
यह जानकारी आज लोकसभा में केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा लिखित उत्तर में दी गई।