सरदार@150 एकता मार्च में सरदार गाथा एक शक्तिशाली क्षण का प्रतीक है
सरदार@150 एकता मार्च में सरदार गाथा एक शक्तिशाली क्षण का प्रतीक है
हाल के वर्षों में युवाओं के नेतृत्व में राष्ट्र-सम्पर्क की सबसे व्यापक और सबसे बड़ी पहलों में से एक, सरदार@150 एकता मार्च ने आज नर्मदा ज़िले में सरदार गाथा कार्यक्रम के साथ एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया। सरदार पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय पदयात्रा के एक भाग के रूप में आयोजित इस कार्यक्रम में भारत के एकीकरण और राष्ट्र की संघीय भावना को आकार देने में पटेल की अद्वितीय भूमिका का स्मरण किया गया।
“एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना से प्रेरित, एकता मार्च सरदार पटेल के राष्ट्रीय अखंडता, अनुशासित नागरिकता और राष्ट्र निर्माण के प्रति सामूहिक उत्तरदायित्व के संदेश को आगे बढ़ाने का प्रयास करता है। ऐसे समय में जब भारत अपनी सामाजिक, आर्थिक और सामरिक शक्ति को मजबूत कर रहा है, देश भर के जिलों में फैली यह पदयात्रा बढ़ते राष्ट्रीय आत्मविश्वास, सांस्कृतिक गौरव और नए सिरे से नागरिक भागीदारी का प्रतीक बन गई है।
भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा शिक्षा राज्य मंत्री श्री जयंत चौधरी ने इस अवसर पर बोलते हुए पटेल की विरासत को आगे बढ़ाने में युवा नागरिकों की केंद्रीय भूमिका पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने भारत को एकता प्रदान की और आज भारत के युवा उस एकता को मज़बूती दे रहे हैं। इस पदयात्रा में उनकी भागीदारी एक ऐसे राष्ट्र का प्रतीक है जो अपनी पहचान के प्रति आश्वस्त है और प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है। यह यात्रा न केवल लौह पुरुष को श्रद्धांजलि ही नहीं है बल्कि एक मज़बूत और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के हमारे सामूहिक संकल्प की पुष्टि है।
श्री चौधरी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर सरदार पटेल को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की तथा एकता एवं राष्ट्रीय शक्ति के उनके चिरस्थायी आदर्शों को कायम रखने के लिए राष्ट्र के नेतृत्व के संकल्प को रेखांकित किया।
इस कार्यक्रम के दौरान स्थानीय नागरिकों को सामुदायिक विकास में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया और प्रतिभागियों ने आत्मनिर्भर भारत की शपथ ली, जो प्रतीकात्मक रूप से आत्मविश्वास और राष्ट्र-प्रथम प्रतिबद्धता के आदर्शों की पुष्टि करती है। इस कार्यक्रम में युवा स्वयंसेवकों, माई भारत के सदस्यों और स्थानीय समुदायों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई।
सरदार गाथा कार्यक्रम में माननीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी और माननीय केंद्रीय शिक्षा एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार भी मौजूद रहे।
इसके अतिरिक्त, डॉ. जयरामभाई चेमाभाई गामित, खेल, युवा सेवाएं और सांस्कृतिक गतिविधियां, स्वैच्छिक संगठनों का समन्वय, उद्योग, एमएसएमई, नमक उद्योग, मुद्रण और स्टेशनरी, पर्यटन और तीर्थयात्रा विकास, नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री, जीओजी; श्रीमती दर्शनाबेन वाघेला, शहरी विकास और शहरी आवास राज्य मंत्री, जीओजी; श्री रमेशभाई कटारा, कृषि और किसान कल्याण, सहकारिता, पशुपालन और गाय प्रजनन राज्य मंत्री, जीओजी; श्री प्रवीणभाई माली, वन और पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, परिवहन राज्य मंत्री, जीओजी और श्री अनिल कुमार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार इस अवसर पर उपस्थित थे।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लाखों लोगों की भागीदारी के साथ, सरदार@150 एकता मार्च सांस्कृतिक पहुँच, पर्यावरणीय ज़िम्मेदारी, युवा नेतृत्व और सामुदायिक सेवा को मिलाकर एक जन आंदोलन बन गया है। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय और माई भारत के नेतृत्व में, यह अभियान अब तक 640 जिलों में होता हुआ 1,500 से ज़्यादा पदयात्राएँ पूरी कर चुका है और प्रदर्शनियों, वृक्षारोपण अभियानों, स्वच्छता अभियानों और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से 15.5 लाख प्रतिभागियों को शामिल कर चुका है।



