वस्त्र क्षेत्र में रोजगार सृजन
वस्त्र क्षेत्र में रोजगार सृजन
वस्त्र उद्योग देश में रोज़गार सृजन के सबसे बड़े स्रोतों में से एक है, जिसमें 45 मिलियन से अधिक लोग कार्यरत हैं। भारत सरकार ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों सहित वस्त्र क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से विभिन्न योजनाएं और पहल लागू कर रही है। प्रमुख योजनाओं में पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन्स एंड अपैरल (पीएम मित्र) पार्क योजना शामिल है, जो विश्व स्तरीय, आधुनिक, एकीकृत औद्योगिक इकोसिस्टम बनाने का प्रयास करती है, जिससे निवेश आकर्षित करने और रोजगार को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी; साथ ही उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना है, जो बड़े पैमाने पर विनिर्माण और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए मानव निर्मित फाइबर और परिधान तथा तकनीकी वस्त्रों पर केंद्रित है। अन्य पहलों में राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन जो अनुसंधान, नवाचार और विकास पर केंद्रित है, समर्थ योजना जो मांग-आधारित, रोज़गार-उन्मुख कौशल कार्यक्रम प्रदान करती है, संशोधित प्रौद्योगिकी उन्नयन कोष योजना जो पूंजी निवेश सब्सिडी के माध्यम से आधुनिकीकरण को प्रोत्साहित करती है, सिल्क समग्र-2, जो रेशम उत्पादन मूल्य श्रृंखला के व्यापक विकास के लिए है और राष्ट्रीय हथकरघा विकास कार्यक्रम शामिल हैं।
यह जानकारी वस्त्र राज्य मंत्री श्री पबित्र मार्घेरिटा ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।