वित्तीय सेवाएं विभाग ने विशेष अभियान 5.0 का सफलतापूर्वक समापन किया
वित्तीय सेवाएं विभाग ने विशेष अभियान 5.0 का सफलतापूर्वक समापन किया
वित्तीय सेवाएं विभाग (डीएफएस) और उसके संगठनों ने बीते एक महीने तक चले विशेष अभियान 5.0 को सफलतापूर्वक पूरा किया। इस अभियान में लंबित मामलों का निपटान करने और स्वच्छता को संस्थागत बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया गया। डीएफएस ने 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर, 2025 तक विशेष अभियान 5.0 चलाया, जिसमें बेहतर स्थान प्रबंधन, ग्राहक–केंद्रित पहल और पर्यावरण को स्वच्छ एवं हरित बनाने पर विशेष जोर दिया गया। इसके अतिरिक्त, इसने कचरे के प्रबंधन और निपटान पर भी जोर दिया। डीएफएस के सभी संगठनों, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों और अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थानों जैसे नाबार्ड, सिडबी, एग्जिम बैंक, एनएचबी, आईआईएफसीएल आदि ने विशेष अभियान 5.0 में सक्रिय रूप से भाग लिया।
डीएफएस ने सभी निश्चित की गई जन शिकायतों, जन अपीलों और सांसद संदर्भों का शत–प्रतिशत निपटान किया। 2.15 लाख वर्ग फुट जगह खाली कराई गई और कचरा निपटान से 3.20 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया। देश भर में 41,000 से अधिक स्थानों पर स्वच्छता अभियान चलाया गया।
12 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और 28 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों ने पेंशन शिकायत निवारण सप्ताह का आयोजन किया। शिविरों में पेंशनग्राहकों को ऑनलाइन जीवन प्रमाण पत्र जमा करने और घर–घर बैंकिंग सुविधाओं के अलावा शिकायत पंजीकरण और निवारण के बारे में भी जानकारी दी गई।
इसके अतिरिक्त, साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई वीडियो और फोटो पोस्ट किए गए। इन शिक्षाप्रद पोस्ट के जरिए साइबर धोखाधड़ी से निपटने के लिए सुरक्षा सुझाव और व्यवहार साझा किए गए। इसके अतिरिक्त, भारतीय स्टेट बैंक की ओर से साइबर सुरक्षा पर एक पुस्तक भी प्रकाशित की गई।
विभाग और उसके संगठनों की प्रमुख विशेषताएं और उपलब्धियां:
वित्तीय सेवाएं क्षेत्र में कार्यरत डीएफएस के संगठनों को वित्तीय साक्षरता अभियान, बैंक खातों में नामांकन का पंजीकरण/ अपडेशन, निष्क्रिय खातों को सक्रिय करना, लॉकर समझौतों का नवीनीकरण, लंबित दावों का निपटान जैसी गतिविधियां करने के लिए प्रेरित किया गया।
संगठनों की ओर से की गई सभी गतिविधियों को नियमित रूप से विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया गया। अभियान के दौरान 500 से अधिक पोस्ट किए गए। इस पहल के अंतर्गत, संगठनों के ग्राहकों, कर्मचारियों, वरिष्ठ प्रबंधन और संगठनों के प्रमुखों ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अभियान के दौरान किए गए अच्छे काम के बारे में चर्चा की।
विशेष अभियान 5.0 के समापन पर माननीय वित्त राज्य मंत्री श्री पंकज चौधरी का एक्स पर सोशल मीडिया पोस्ट

डीएफएस और डीएफएस के अंतर्गत आने वाले संगठनों के ट्वीट और सोशल मीडिया पोस्ट:


















साइबर सुरक्षा और धोखाधड़ी पर सोशल मीडिया पोस्ट के लिंक:
लिंक
संस्थान
भारतीय स्टेट बैंक
https://www.instagram.com/reel/DQYTrSbCUDH/?igsh=MXNnam95b2U2ZjF5dA==
भारतीय स्टेट बैंक
https://x.com/UnionBankTweets/status/1978408006032453889
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
https://x.com/mahabank/status/1980250144151867435
बैंक ऑफ महाराष्ट्र
https://x.com/BankofIndia_IN/status/1974008963625587113
बैंक ऑफ इंडिया
https://x.com/pnbindia/status/1980943638860554607
पंजाब नेशनल बैंक
https://x.com/UCOBankOfficial/status/1981011950990774634?t=wAcquG40KtyMVl6cUlgAnQ&s=08
यूको बैंक
https://x.com/UCOBankOfficial/status/1983841434446020910?t=AizB4hr_jK2pSLG4iRGleQ&s=08
सोशल मीडिया पर विशेष अभियान 5.0 के बारे में प्रशंसापत्र वीडियो के लिंक:
लिंक
संस्थान
https://x.com/TheOfficialSBI/status/1983813862018408676?t=THa7fFY721bglip1YTB6sw&s=08
भारतीय स्टेट बैंक
https://x.com/TheOfficialSBI/status/1983466338103308434?t=IgwTzWIeHn8xsvcJBduAbQ&s=08
भारतीय स्टेट बैंक
https://x.com/TheOfficialSBI/status/1982037334544765246?t=FVHSTNVHSBf70PMiDi5WCA&s=08
भारतीय स्टेट बैंक
https://x.com/TheOfficialSBI/status/1981996775826391478?t=ZQ5jcqTWIwGhsQJE77HY6w&s=08
भारतीय स्टेट बैंक
https://x.com/LICIndiaForever/status/1983469759145586966?t=tnAagbvPGPq54dEMKkocVg&s=08
भारतीय जीवन बीमा निगम
https://x.com/BankofIndia_IN/status/1981729894666256520?t=6w-xQ_m4oIQ4eK12BAPBwQ&s=08
बैंक ऑफ इंडिया
https://x.com/pnbindia/status/1981942798958866876?t=h_CG3NQ7TiB9RZcBUCECJQ&s=08
पंजाब नेशनल बैंक
https://x.com/IndiaEximBank/status/1981714846367305728?t=v1hkfPQBJ5Wbefg65BFesQ&s=08
एग्जिम बैंक