दूरसंचार विभाग (डीओटी) और अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) ने की इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) में ‘रोबोटिक्स फॉर गुड यूथ चैलेंजइंडिया 2025’ की मेजबानी
दूरसंचार विभाग (डीओटी) और अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) ने की इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) में ‘रोबोटिक्स फॉर गुड यूथ चैलेंजइंडिया 2025’ की मेजबानी
रोबोटिक्स फॉर गुड यूथ चैलेंज इंडिया 2025 का समापन कल शाम नई दिल्ली में यशोभूमि, इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में हुआ, जिसने नवाचार, रचनात्मकता और युवा नेतृत्व वाले तकनीकी विकास का जश्न मनाने वाले एक दिन का प्रेरक अंत किया।
अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) की ‘एआई फॉर गुड इम्पैक्ट इनिशिएटिव‘ के तहत, आई-हब फाउंडेशन फॉर कोबोटिक्स (आईएचएफसी), आईआईटी दिल्ली के सहयोग से और संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (डीओटी) के समर्थन से आयोजित इस राष्ट्रीय चुनौती में युवा नवोन्मेषकों की प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया, जिन्होंने खाद्य सुरक्षा और सतत विकास को संबोधित करने के लिए रोबोटिक्स-आधारित समाधान विकसित किए थे।
पुरस्कार विजेताओं की घोषणा
प्रतियोगिता में दो श्रेणियाँ — जूनियर और सीनियर थीं — जिनमें प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थानों के लिए पुरस्कार प्रदान किए गए, साथ ही प्रत्येक श्रेणी में सबसे नवोन्मेषी रोबोट के लिए विशेष मान्यता भी दी गई।
जूनियर श्रेणी
विजेता: टीम हेयांश, प्लेयटो लैब्स, बेंगलुरु, को जूनियर श्रेणी का चैंपियन घोषित किया गया और उन्हें जुलाई 2026 में जिनेवा, स्विट्जरलैंड में होने वाले ग्लोबल ग्रैंड फिनाले में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया।
प्रथम उपविजेता: टीम रोबो नाइट्स जूनियर, डीपीएस आर.के. पुरम, नई दिल्ली।
द्वितीय उपविजेता: टीम नैतिक, प्लेयटो लैब्स, बेंगलुरु।
सर्वाधिक नवोन्मेषी और मौलिक रोबोट: टीम हेयांश, प्लेयटो लैब्स, बेंगलुरु।
सीनियर श्रेणी
विजेता: टीम – द एम्बिशन अवेंजर्स, संत अतुलानंद कॉन्वेंट स्कूल, कोइराजपुर, वाराणसी – को लगातार दूसरे वर्ष विजेता घोषित किया गया, जो जुलाई 2026 में जिनेवा में ग्लोबल ग्रैंड फिनाले में फिर से भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
प्रथम उपविजेता: टीम आरव, प्लेयटो लैब्स, बेंगलुरु।
द्वितीय उपविजेता: टीम – कोड, लोटस वैली इंटरनेशनल स्कूल, नोएडा एक्सप्रेसवे, सेक्टर 126, नोएडा।
सर्वाधिक नवोन्मेषी और रचनात्मक रोबोट: टीम आरव, प्लेयटो लैब्स, बेंगलुरु।
विजेताओं को गणमान्य व्यक्तियों और न्यायाधीशों द्वारा सम्मानित किए जाने पर हॉल तालियों से गूंज उठा, जिसमें उनकी प्रतिभा, टीमवर्क और नवाचार की भावना को सराहा गया।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
पुरस्कार समारोह में श्री देब कुमार चक्रबर्ती, सदस्य (सेवाएं), डिजिटल संचार आयोग, दूरसंचार विभाग; डॉ. पराग अग्रवाल, उप महानिदेशक (टेलीकॉम टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट फंड), दूरसंचार विभाग; डॉ. आशुतोष शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आई-हब फाउंडेशन फॉर कोबोटिक्स (आईएचएफसी), आईआईटी दिल्ली; प्रोफेसर सुनील झा, प्रोफेसर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी दिल्ली; और श्री गुइलेम मार्टिनेज रौरा, एआई एवं रोबोटिक्स कार्यक्रम अधिकारी, अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू), मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इनके साथ ही, दूरसंचार विभाग, आईटीयू और आईएचएफसी–आईआईटी दिल्ली के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
सभी गणमान्य व्यक्तियों ने विजेताओं को बधाई दी और नवाचार तथा सीखने की उनकी निरंतर यात्रा के लिए सभी प्रतिभागी टीमों को शुभकामनाएँ दीं।
डिजिटल सुरक्षा पर जागरुकता सत्र
सुश्री दीक्षा धीमान, एडीईटी (एआई एंड डीआईयू), डीओटी द्वारा “युवाओं के लिए डिजिटल सुरक्षा” शीर्षक से एक विशेष प्रस्तुति दी गई, जिसका उद्देश्य स्कूली छात्रों के बीच ऑनलाइन सुरक्षा के महत्व, जिम्मेदार डिजिटल जुड़ाव और प्रौद्योगिकी के नैतिक उपयोग के बारे में जागरूकता पैदा करना था। यह सत्र आठ अलग-अलग राज्यों के प्रतिभागियों द्वारा खूब सराहा गया। यह इस बात पर प्रकाश डालता है कि सरकार का ध्यान नवाचारों के साथ-साथ जिम्मेदार डिजिटल नागरिक तैयार करने पर भी है।
युवा प्रतिभाओं और वैश्विक महत्वाकांक्षाओं का उत्सव
“रोबोटिक्स फॉर गुड यूथ चैलेंज इंडिया 2025″ ने पूरे भारत से 55 टीमों के 271 प्रतिभागियों को सफलतापूर्वक एक मंच पर लाया, जिसने रचनात्मकता, टीमवर्क और तकनीकी उत्कृष्टता का मिश्रण प्रस्तुत किया। अपने शानदार प्रदर्शन के साथ, टीम हेयांश (जूनियर) और टीम एम्बिशन अवेंजर्स (सीनियर) अब जुलाई 7–10, 2026 को जिनेवा, स्विट्जरलैंड में होने वाले ग्लोबल ग्रैंड फिनाले में भारत का झंडा लेकर जाएंगे, जहाँ वे ‘एआई फॉर गुड इम्पैक्ट इनिशिएटिव‘ के तहत 25 प्रतिभागी देशों के बीच राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करेंगे।
यह कार्यक्रम गणमान्य व्यक्तियों की सराहना के साथ संपन्न हुआ, जिन्होंने सामाजिक भलाई के लिए डिजिटल नवाचार को आगे बढ़ाने में आईटीयू, डीओटी और आईएचएफसी-आईआईटी दिल्ली के बीच सहयोगात्मक भावना की प्रशंसा की। उन्होंने प्रतिभागियों को नैतिक जिम्मेदारी के साथ नवाचार को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया, जो मानवता की सेवा करने वाली प्रौद्योगिकी विकसित करने की भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
श्री चक्रबर्ती, और डॉ. बिलेल जामूसी, उप निदेशक और दूरसंचार मानकीकरण नीति विभाग (टीएसबी) के प्रमुख के प्रतिनिधि ने आज नई दिल्ली में आयोजित आईएमसी 2025 के 9वें संस्करण में प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) के “रोबोटिक्स फॉर गुड यूथ चैलेंज इंडिया 2025″ — जो कि यूएन पर आधारित अग्रणी वैश्विक रोबोटिक्स प्रतियोगिता है — का उद्घाटन किया।
यह कार्यक्रम भारत सरकार के संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (डीओटी) और अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) द्वारा आईएचएफसी और आईआईटी दिल्ली के प्रौद्योगिकी नवाचार केंद्र की साझेदारी में सह-आयोजित किया गया था। यह पहल रोबोटिक्स, एआई और आईओटी जैसे उभरते क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी, नवाचार और वैश्विक सहयोग के माध्यम से युवाओं को सशक्त बनाने की भारत सरकार की परिकल्पना को रेखांकित करती है।
इस चुनौती में 10 से 18 वर्ष की आयु के छात्रों को कृषि और खाद्य सुरक्षा के महत्वपूर्ण क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए एआई और रोबोटिक्स-आधारित समाधान विकसित करने के लिए आमंत्रित किया गया था। प्रतियोगिता के गेम बोर्ड पर प्रस्तावित खाद्य सुरक्षा चुनौती का समाधान करने के लिए एक रोबोट को डिज़ाइन करने, बनाने और प्रोग्राम करने हेतु यह चुनौती व्यक्तिगत भागीदारी के साथ-साथ टीम भागीदारी के लिए भी खुली थी। भारतीय टीमों ने कृषि और खाद्य सुरक्षा के महत्वपूर्ण क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपने कौशल में जबरदस्त प्रतिभा और सरलता का प्रदर्शन किया। यह राष्ट्रीय आयोजन, ‘एआई फॉर गुड ग्लोबल समिट 2026′ के दौरान जिनेवा में होने वाले ग्रैंड फिनाले के लिए एक योग्यता निर्धारित करने वाला टूर्नामेंट है।
‘रोबोटिक्स फॉर गुड यूथ चैलेंज इंडिया 2025′
‘रोबोटिक्स फॉर गुड यूथ चैलेंज‘, आईटीयू के ‘एआई फॉर गुड‘ कार्यक्रम की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य अगली पीढ़ी के नवप्रवर्तकों को संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को आगे बढ़ाने के लिए रोबोटिक्स और एआई का उपयोग करने हेतु पोषित करना है। यह चुनौती एक बेहतर, समावेशी और टिकाऊ दुनिया के लिए रोबोटिक्स समाधान विकसित करने हेतु छात्रों, शिक्षकों और प्रौद्योगिकीविदों के बीच वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देती है।
‘रोबोटिक्स फॉर गुड यूथ चैलेंज इंडिया‘ ने समान और टिकाऊ डिजिटल विकास हासिल करने में एआई की भूमिका पर विचार-विमर्श करने के लिए दुनिया भर के अग्रणी लोगों को एक साथ लाया। सत्रों में विविध और महत्वपूर्ण विषय शामिल थे, जिनमें ‘युवा समाज के लिए रोबोटिक्स और एआई‘, ‘युवाओं के लिए डिजिटल सुरक्षा‘, ‘एआई फॉर गुड: वैश्विक चुनौतियों को हल करने के लिए एआई और रोबोटिक्स का उपयोग‘ और ‘युवा-नेतृत्व वाले समाज के लिए रोबोटिक्स और एआई‘ शामिल थे।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2025 के बारे में
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी), जो एशिया का सबसे बड़ा प्रौद्योगिकी मंच है, का सह-आयोजन दूरसंचार विभाग और सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) द्वारा किया जाता है। यह आयोजन वैश्विक आईसीटी और डिजिटल इकोसिस्टम के नेताओं को एक साथ लाता है ताकि उन नवाचारों का पता लगाया जा सके जो कनेक्टिविटी, डिजिटल परिवर्तन, और एआई की विकसित होती भूमिका के भविष्य को आकार दे रहे हैं।
अधिक जानकारी के लिए डीओटी हैंडल्स को फॉलो करें : –
Insta- https://www.instagram.com/department_of_telecom?igsh=MXUxbHFjd3llZTU0YQ==
Fb – https://www.facebook.com/DoTIndia
Youtube: https://youtube.com/@departmentoftelecom?si=DALnhYkt89U5jAaa