केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल द्वारा भारत—कतर रणनीतिक आर्थिक भागीदारी को मजबूत बनाने के लिए कतर का दौरा
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल द्वारा भारत—कतर रणनीतिक आर्थिक भागीदारी को मजबूत बनाने के लिए कतर का दौरा
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने भारत—कतर आर्थिक एवं वाणिज्यिक सहयोग आयोग की बैठक के लिए दोहा, कतर का सरकारी दौरा किया। श्री गोयल ने दोहा में कतर देश के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री महामहिम शेख फैजल बिन थानी बिन फैसल अल थानी के साथ आयोग की
सह—अध्यक्षता की। यह फरवरी 2025 में कतर के अमीर की भारत यात्रा के दौरान पूर्ववर्ती व्यापार एवं वाणिज्य के संयुक्त कार्य समूह का दर्जा बढ़ाने के निर्णय के अनुरूप उच्चीकृत संयुक्त आयोग की पहली बैठक थी। इस यात्रा से दोनों पक्षों के द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने तथा विविध क्षेत्रों में सहयोग का दायरा फैलाने के लिए कड़ी प्रतिबद्धता की पुनर्पुष्टि हुई है।
आयोग की बैठक के दौरान दोनों मंत्रियों ने :
सकल व्यापार (साल 2924—25 में जिसका मूल्यांकन 14 अरब अमेरिकी डॉलर के बराबर था) की समीक्षा की तथा माल एवं सेवा में भारतीय द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने तथा उसमें विविधता लाने के उपायों को चिह्नित किया। उन्होंने उर्जा, बुनियादी ढांचा, विनिर्माण, वित्त, प्रौद्योगिकी एवं वहनीय विकास के क्षेत्र में नए अवसरों के बूते साल 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दुगुना करने का साझा लक्ष्य तय किया। आयोग की बैठक में भारत—कतर वृहद आर्थिक भाअीदारी समझौते के लिए बातचीत की औपचारिक शुरूआत के वास्ते संदर्भ की शर्तें तय करने का काम जल्द निपटाने पर भी सहमति हुई।
कतर देश के अमीर की भारत की राजकीय यात्रा के दौरान कतर द्वारा भारत में 10 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य के निवेश की घोषणा तथा परस्पर लाभ वाले निवेश के लिए दोनों पक्षों द्वारा नए क्षेत्रों को खोलने की प्रतिबद्धता को भी अभिस्वीकृत किया गया। डिजिटल इकॉनमी, स्वास्थ्य सेवा, कृषि, पर्यटन, संस्कृति एवं पर्यावरण जैसे प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में सहयोग पर जोर दिया गया।
इसके अलावा श्री गोयल ने अपने दौरे में कतर के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों तथा व्यावसायिक प्रमुखों से भी द्विपक्षीय बैठक कीं। इनमें खाद्य सुरक्षा, व्यापारिक वित्त, परियोजनाओं में साझेदारी एवं कतर के उद्यमों के लिए भारत के बुनियादी ढांचे तथा औद्योगिक क्षेत्रों निवेश के अवसरों में आपसी सहयोग एवं साझेदारी बढ़ाने पर सार्थक चर्चा हुई।
मंत्रीवर ने भारत—कतर संयुक्त व्यवसाय परिषद (जेबीसी) की पहली बैइक को भी संबोधित किया। इसमें फिक्की, सीआईआई, एसोचैम तथा कतर चैम्बर के वरिष्ठ व्यावसायिक प्रतिनिधि शामिल थे। इसके बाद श्री गोयल ने कतरी बिजनेसमेन एसोसिएशन के प्रतिनिधियों से भी बातचीत की। उन्होंने भारत की भूमिका को तेजी से बढ़ती विशाल अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने तथा विकसित भारत—2047 की दृष्टि के अंतर्गत नवोन्मेष, विनिर्माण एवं प्रौद्योगिकी के तेजी से उभरते केंद्र के रूप में निरूपित किया।
डिजिटल सहयोग में प्रमुख उपलब्धि के रूप में श्री गसेयल ने कतर में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस ‘यूपीआई‘ सेवाओं की शुरूआत की जिससे वहां मौजूद भारतीय समुदाय एवं स्थानीय उपभेक्ताओं को निर्बाध डिजिटल लेनदेन सुलभ हो गया है।
श्री गोयल ने इंडियन बिजनेस एंड प्रोफेशनल काउंसिल, दोहा चैप्टर आॅफ द इंस्टीट्यूट आॅफ अकाउंटेंट्स आॅफ इंडिया के सदस्यों तथा कतर में मौजूद जीवंत भारतीय समुदाय से भी बातचीत की। उन्होंने, दोनों देशों के मध्य आर्थिक संबंध स्ािापित करने में इन सभी वर्गों के अतुलनीय योगदान की सराहना की।
यात्रा का समापन अग्रगामी, विस्तृत एवं मजबूत आर्थिक भागीदारी के लिए भारत एवं कतर की साझा दृष्टि को दोहराने से हुआ जिसका आधार आपसी विश्वास, उर्जा सहयोग, प्रौद्योगिकीय साझेदारी एवं दोनों देशों की जनता के मजबूत आपसी संबंध हैं।