ईटी एज एससीएम फेस्ट 2025: आईडब्ल्यूएआई के जलमार्ग विकास परियोजना को ‘संकल्प से सिद्धि इंफ्रास्ट्रक्चर सम्मान’
ईटी एज एससीएम फेस्ट 2025: आईडब्ल्यूएआई के जलमार्ग विकास परियोजना को ‘संकल्प से सिद्धि इंफ्रास्ट्रक्चर सम्मान’
नई दिल्ली में 26-27 जून को आयोजित ईटी एज सप्लाई चेन मैनेजमेंट फेस्ट-2025 में, पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के तहत भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) को जलमार्ग विकास परियोजना (जेएमवीपी) के कार्यान्वयन हेतु ‘संकल्प से सिद्धि इंफ्रास्ट्रक्चर सम्मान’ प्राप्त हुआ।
राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (गंगा नदी) की क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से तैयार की गई यह परियोजना वर्तमान में उत्तर प्रदेश के वाराणसी से पश्चिम बंगाल के हल्दिया तक गंगा नदी के 1390 किलोमीटर लंबे खंड पर जारी है और झारखंड तथा बिहार से होकर गुजरेगी।
मल्टी-मॉडल व इंटर-मॉडल टर्मिनल, नेविगेशनल लॉक, सामुदायिक जेटी का विकास और राष्ट्रीय जलमार्ग (एनडब्ल्यू)-1 के नौ खंडों पर फेयरवे के रखरखाव का कार्य करके, आईडब्ल्यूएआई जेएमवीपी के तहत गंगा नदी की नौगम्यता को बेहतर बना रहा है। इस परियोजना को विश्व बैंक की वित्तीय और तकनीकी सहायता से क्रियान्वित किया जा रहा है।
‘संकल्प से सिद्धि इन्फ्रास्ट्रक्चर सम्मान’ भारत में अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्ल्यूटी) क्षेत्र को उन्नत बनाने हेतु आईडब्ल्यूएआई द्वारा किए गए असाधारण बुनियादी ढांचे के कार्यों का प्रमाण है।
जल मार्ग विकास परियोजना के कार्यान्वयन के बाद से, राष्ट्रीय जलमार्ग (एनडब्ल्यू)-1 पर माल की आवाजाही में तेजी आई है। यह आवाजाही कुछ वर्ष पहले के 5 एमएमटी प्रति वर्ष से तीन गुना बढ़कर 16 एमएमटी प्रति वर्ष हो गई है।
राष्ट्रीय जलमार्ग (एनडब्ल्यू)-1, आईडब्ल्यूएआई की जलवाहक कार्गो प्रोत्साहन योजना के केन्द्र में है, जिसका उद्देश्य जलमार्गों पर कार्गो के मॉडल शिफ्ट को प्रोत्साहित करना है। इस योजना के तहत अधिसूचित सेवाएं वर्तमान में राष्ट्रीय जलमार्ग (एनडब्ल्यू)-1 पर कोलकाता से पटना और कोलकाता से वाराणसी तक संचालित हैं।
इसके अलावा, दुनिया के सबसे लंबे क्रूज ‘गंगा विलास’ की सफलता ने नदी क्रूज पर्यटन, विशेषकर गंगा नदी पर विकास के नए अवसर खोले हैं।
आने वाले वर्षों में, आईडब्ल्यूएआई ने राष्ट्रीय जलमार्ग (एनडब्ल्यू)-1 पर कार्गो और क्रूज के टिकाऊ आवागमन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नदी के किनारे क्रूज टर्मिनल, माल ढुलाई गांव और जहाज मरम्मत केन्द्र विकसित करने की योजना बनाई है।
एससीएम फेस्ट-2025 में, जेएमवीपी के मुख्य अभियंता एवं परियोजना प्रबंधक श्री अरुण कुमार मिश्र ने प्राधिकरण की ओर से पुरस्कार प्राप्त किया।