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हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एचएसपीसीबी) के सहयोग से सीएक्यूएम रिसोर्स लैब द्वारा फरीदाबाद और गुरुग्राम में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला एवं जन जागरूकता (आईईसी) गतिविधि का सफल समापन

हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एचएसपीसीबी) के सहयोग से सीएक्यूएम रिसोर्स लैब द्वारा फरीदाबाद और गुरुग्राम में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला एवं जन जागरूकता (आईईसी) गतिविधि का सफल समापन

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी प्रदान करने, शिक्षित करने, संवाद स्थापित करने तथा जन जागरूकता बढ़ाने के लिए किए गए एक सशक्त प्रयास के तहत अपनी दो दिवसीय कार्यशाला क्रमशः फरीदाबाद में और गुरुग्राम में आईईसी गतिविधि आज सफलतापूर्वक संपन्न की। यह कार्यशाला सीएक्यूएम द्वारा अपनी रिसोर्स लैब के माध्यम से आयोजित की गई थी, जिसे राहगिरी फाउंडेशन और हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एचएसपीसीबी) के सहयोग से संचालित किया गया है।

Today, CAQM Resource Lab with the support of @Haryana_spcb successfully concluded its two-day Training Workshop in Faridabad and IEC Activity in Gurugram, towards adoption of sustainable road design and dust control practices.#GoGreenBreatheClean

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यह दो दिवसीय कार्यक्रम एनसीआर के नौ लक्षित शहरों अर्थात दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, भिवाड़ी और नीमराणा में टिकाऊ सड़क डिजाइन तथा धूल से नियंत्रण के उपायों को प्रोत्साहित करने हेतु आयोजित कार्यशालाओं की श्रृंखला का चौथा चरण था। इस पहल से इन शहरों में सड़कों के विकास हेतु सीएक्यूएम द्वारा तैयार किए गए मानक ढांचे के प्रभावी कार्यान्वयन को गति मिलेगी।

कार्यशाला का पहला दिन फरीदाबाद में संपन्न हुआ, जहां आयोग ने सीएक्यूएम संसाधन प्रयोगशाला की भूमिका और महत्व पर प्रकाश डाला। यह कार्यशाला और आईईसी गतिविधि एक सशक्त “कार्रवाई के आह्वान” के रूप में आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य इंजीनियरों और अधिकारियों को व्यावहारिक समाधानों के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आवश्यक ज्ञान तथा उपकरणों से सशक्त बनाना है। एक सांविधिक निकाय के रूप में सीएक्यूएम विभिन्न एनसीआर एजेंसियों के सहयोग से नौ लक्षित शहरों में धूल-मुक्त सड़कों के (पुनः) विकास पर केंद्रित है, ताकि वायु प्रदूषण के स्तर में कमी लाई जा सके और शहरी परिवेश को सभी के लिए अधिक स्वच्छ, समावेशी एवं स्वास्थ्यवर्धक बनाया जा सके।

एक दिवसीय कार्यशाला में सरकारी अधिकारियों, प्रवर्तन एजेंसियों, इंजीनियरों और अन्य हितधारकों ने एक साथ भाग लिया। प्रतिभागियों ने व्यावहारिक अभ्यासों के साथ समस्या मानचित्रण पर केंद्रित तकनीकी सत्रों में हिस्सा लिया। उन्हें सतत सड़क डिजाइन, धूल नियंत्रण उपायों तथा सड़क पुनर्विकास के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के विषय में इंटरैक्टिव सत्रों और स्थल-आधारित अभ्यासों के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया। इस पहल का उद्देश्य स्वच्छ, सुरक्षित और पैदल चलने योग्य सड़कों के विकास को प्रोत्साहित करना था।

कार्यक्रम के दूसरे दिन गुरुग्राम में जीवंत आईईसी गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसके तहत “वॉक-शॉप” के माध्यम से एक संपूर्ण सड़क और वायु गुणवत्ता जागरूकता क्षेत्र का प्रदर्शन किया गया। इसमें कला प्रतिष्ठान, वायु प्रदूषण शमन पर केंद्रित खेलों और हरियाणा की पहली मॉडल स्ट्रीट के तकनीकी विवरणों को प्रस्तुत किया गया। यह पहल एनसीआर में सड़कों के (पुनः) विकास के लिए एक आदर्श मॉडल का प्रतिनिधित्व करती है, जिसमें सार्वजनिक परिवहन के साथ पैदल और साइकिल पथों का एकीकरण, धूल एवं वायु प्रदूषण में कमी के लिए घने वृक्षारोपण, सार्वभौमिक पहुंच व महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की व्यवस्था, साथ ही वर्षा जल संचयन, पुनः अवशोषण तथा जलभराव की रोकथाम हेतु बायोस्वेल्स जैसी विशेषताएं शामिल हैं।

हरियाणा (एनसीआर) में आयोजित यह दो दिवसीय कार्यक्रम, पिछले सप्ताहों में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अन्य शहरों में आयोजित समान कार्यशालाओं और गतिविधियों की श्रृंखला का अभिन्न हिस्सा था। यह पहल वायु प्रदूषण को कम करने के लिए क्षमता निर्माण के प्रति सीएक्यूएम की दृढ़ प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। आयोग एनसीआर राज्य सरकारों, संबंधित एजेंसियों और समुदायों के साथ मिलकर क्षेत्र में स्वच्छ वायु सुनिश्चित करने हेतु व्यावहारिक, नवाचारपूर्ण तथा नागरिक-केंद्रित समाधानों के प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है।

सीएक्यूएम की संसाधन प्रयोगशाला प्रशिक्षण और प्रदर्शन केंद्र के रूप में अपनी भूमिका निभाती रहेगी, जिसका प्रमुख उद्देश्य सड़क (पुनः) विकास एवं वायु प्रदूषण शमन के क्षेत्र में क्षमता निर्माण, तथा मापनीय व अनुकूलनीय सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों के प्रसार को प्रोत्साहित करना है। यह केंद्र लक्षित सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) अभियानों तथा गतिविधियों द्वारा समर्थित व्यावहारिक प्रशिक्षण के माध्यम से वायु प्रदूषण शमन के उपायों एवं जन जागरूकता को बढ़ाने के अपने निरंतर प्रयासों को आगे बढ़ाता रहेगा, ताकि अधिक से अधिक लोग इस अभियान से जुड़कर स्वच्छ वायु के लिए योगदान दे सकें।

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