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स्मार्ट फाइनेंस, स्मार्ट भविष्य: गिफ्ट सिटी

स्मार्ट फाइनेंस, स्मार्ट भविष्य: गिफ्ट सिटी

मुख्य बातें

परिचय

गिफ्ट सिटी, विश्व स्तरीय फाइनेंशियल और आईटी हब बनाने की दिशा में भारत का एक बड़ा कदम है। इसे विजन और सटीकता के साथ डिजाइन किया गया है, यह वैश्विक मानकों  को सतत नवाचार के साथ मिलाता है। गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी) भारत का पहला इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज़ सेंटर (आईएफएससी) है, जो गांधीनगर, गुजरात में है। भारत की पहली ऑपरेशनल स्मार्ट सिटी के तौर पर, यह वित्तीय और प्रौद्योगिकी सेवाओं के लिए एक वैश्विक हब बनाने के देश के सपने को दिखाता है। मजबूत सरकारी मदद से, गिफ्ट सिटी को विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे को सतत शहरी विकास के साथ मिलाने के लिए डिजाइन किया गया है। यह अंतर्राष्ट्रीय वित्त और निवेश में भारत की बढ़ती भूमिका का एक प्रतीक है। आज, इसमें वैश्विक बैंक, बीमा कंपनियां, एसेट मैनेजर और फिनटेक कंपनियां शामिल हैं, जो इसे सिंगापुर और दुबई जैसे अंतर्राष्ट्रीय हब का उभरता हुआ प्रतिस्पर्धी बनाता है। शहर में एकीकृत विकास है जिसमें एक कमर्शियल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट, डेडिकेटेड रेजिडेंशियल जोन, मज़बूत सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर और एक वाइब्रेंट रिटेल और एंटरटेनमेंट हब शामिल है।

पृष्ठभूमि और विजन

गिफ्ट सिटी भारत का पहला वैश्विक फाइनेंशियल हब बनाने के विजन से शुरू हुआ था। यह फाइनेंस और इंफ्रास्ट्रक्चर में वैश्विक मानकों के बराबर आने की देश की महत्वाकांक्षा को दिखाता है। सरकार गिफ्ट सिटी को इंटरनेशनल कैपिटल और इनोवेशन के लिए एक गेटवे के तौर पर देखती है। इसका लॉन्ग-टर्म मिशन 2047 तक भारत को एक लीडिंग ग्लोबल फाइनेंशियल सेंटर के तौर पर बनाना है, जिसके कोर में स्थायित्व और फिनटेक हो।

 

गिफ्टसिटी को खास तौर पर ऑनशोर और ऑफशोर फाइनेंशियल ऑपरेशन्स को सपोर्ट करने, वैश्विक निवेश को लाने, नवाचार को बढ़ावा देने और अच्छी गुणवत्ता वाली नौकरियां पैदा करने के लिए बनाया गया है, जो भारत के विजन 2047 में योगदान देगा।

 

 

शासन (गवर्नेंस) और संस्थागत ढांचा       

भारत सरकार ने गिफ्ट सिटी को मल्टी-सर्विसेज स्पेशल इकोनॉमिक जोन (गिफ्ट एसईजेड) के तौर पर नामित किया है और इसे आधिकारिक तौर पर देश का इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर (आईएफएससी) अधिसूचित किया है। इसका गवर्नेंस इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर्स अथॉरिटी (आईएफएससीए) पर निर्भर करता है, जिसे मजबूत सरकारी निगरानी और नीतिगत समर्थन हासिल है। इसका संस्थागत ढांचा वैश्विक पूंजी को लुभाने, नवाचार को बढ़ावा देने और पारदर्शिता और स्थायित्व के अंतर्राष्ट्रीय मानकों को बनाए रखने के लिए डिजाइन किया गया है। आईएफएससी यूनिट को मौजूदा विदेशी मुद्रा प्रबंधन विनियम (फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट रेगुलेशंस) के तहत अनिवासी माना जाता है।

इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर्स अथॉरिटी (आईएफएससीए): इसे आईएफएससीएअधिनियम, 2019 के तहत बनाया गया थाऔर यह अप्रैल 2020 से लागू है। यह गिफ्ट आईएफएससी में वित्तीय उत्पादों, सेवाओं और संस्थानों के लिए एक एकीकृत नियामक के तौर पर काम करता है। यह आईएफएससी परिचालनके लिए पहले आरबीआई, सेबी, आईआरडीएआई और पीएफआरडीएके बीच बंटी हुई शक्तियों को एक साथ लाता है और इसका काम वित्तीय सेवाओं का विकास और विनियमन करना, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देना, और गिफ्ट सिटीको वैश्विक मानकों के साथ जोड़ना है।

इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (आईआईबीएक्स)

इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (आईआईबीएक्स) जुलाई 2022 में गिफ्ट आईएफएससी, गांधीनगर में लॉन्च किया गया था। ये एनएसई, इंडिया आईएनएक्स, एनएसडीएल, सीडीएसएल और एमसीएक्स जैसे बड़े संस्थानों द्वारा प्रवर्तित है और इसे आईएएससीए विनियमित करता है। यह भारत में बुलियन इंपोर्ट के लिए एक गेटवे देता है, साथ ही ट्रेडिंग, बुलियन फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स में निवेश और वॉल्टिंग सुविधाओं के लिए एक विश्व स्तरीय इकोसिस्टम भी देता है। यह एक्सचेंज लड़ाई-झगड़े वाले और ज्यादा जोखिम वाले इलाकों से सप्लाई चेन की सत्यनिष्ठा के लिए ओईसीडी के दिशानिर्देशों का पालन करके जिम्मेदार और पारदर्शी बुलियन ट्रेड पक्का करता है।

गिफ्ट आईएफएससी में बैंक, बीमा कंपनियां, एसेट प्रबंधक, फिनटेक फर्म और इंडिया इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंज (आईआईबीएक्स) शामिल हैं। सरकार, आईएफएससीए और उद्योग के हिताधारकों के बीच नियमित परामर्श से चिंताओं को दूर करने और व्यावसायिक प्रगति को बढ़ाने में मदद मिलती है।

ग्लोबल इन-हाउस सेंटर (जीआईसी):आईएफएससी में एक ग्लोबल इन-हाउस सेंटर (जीआईसी) एक खास एंटिटी है जिसे एक वित्तीय सेवा समूह खास तौर पर वित्तीय उत्पादों से जुड़ी सेवाएं देने के लिए बनाता है, जो एक कानूनी ढांचे के तहत विदेशी मुद्रा में काम करता है। यह बैंक, एनबीएफसी, वित्तीय मध्यवर्ती (फाइनेंशियल इंटरमीडियरी), निवेश बैंक जैसे वित्तीय सेवा समूहों की जरूरतें पूरी कर सकता है। आईएफएससीए(ग्लोबल इन-हाउस सेंटर) विनियमन, 2020 को आईएफएससीएने गिफ्ट आईएफएससी में जीआईसीकी पहचान और ऑपरेशन के लिए एक फ्रेमवर्क देने के लिए अधिसूचित किया था। ये विनियमन गिफ्ट आईएफएससीमें ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी) के परिचालन के लिए फ्रेमवर्क तय करते हैं।

गिफ्ट आईएफएससी में फिनटेक:

गिफ्ट सिटी तेजी से एक वैश्विक फिनटेक हब के तौर पर उभर रहा है, जिसे एक खास नियामकी ढांचे और बड़ी टेक कंपनियों की सक्रिय भागीदारी का समर्थन है। नवाचार केंद्र, सैंडबॉक्स एनवायरनमेंट और शैक्षणिक भागीदारी के साथ, यह वित्तीय तकनीक में नए शोध, इनक्यूबेशन और एंटरप्राइज ग्रोथ को बढ़ावा देता है।

 

इंटरनेशनल फिनटेक इनोवेशन एंड रिसर्च सेंटर

गुजरात सरकार और एशियन डेवलपमेंट बैंक की एक खास पहल, यह सेंटर प्रशिक्षण, इनक्यूबेशन, एक्सेलरेशन और शोध के जरिए फिनटेक में वैश्विक उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है।

 

व्यवसाय की स्थापना

 

गिफ्ट आईएफएससी में बिजनेस सेटअप करने की पात्रता

 

 

व्यवसाय की खास बातें

गिफ्ट सिटी तेजी से एक बड़ा इंटरनेशनल फाइनेंशियल हब बन गया है, जो अलग-अलग तरह के बिजनेस को अपनी ओर खींच रहा है और दुनिया भर में पहचान बना रहा है। इसका बढ़ता इकोसिस्टम, मज़बूत इंस्टीट्यूशनल मौजूदगी और कॉर्पोरेट्स के बीच बढ़ती पसंद ग्लोबल फाइनेंस में इसकी बढ़ती अहमियत को दिखाते हैं।

 

गिफ्ट सिटी: व्यवसाय की मुख्य बातें

वित्त और राजकोष

 

पूंजी बाजार

 

बैंकिंग

 

बीमा

 

 

 

प्रमुख संस्थान: गिफ्ट सिटी तेजी से दुनिया की बड़ी और घरेलू कंपनियों के लिए अपने ऑफिस और ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (जीसीसी) बनाने की पसंदीदा जगह बन गई है। इसकी रणनीतिक लोकेशन, मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर और बेहतर रेगुलेटरी माहौल ने सेमीकंडक्टर और एनर्जी से लेकर वित्त और प्रौद्योगिकी तक, सभी सेक्टर की कंपनियों को अपनी ओर खींचा है।

गिफ्ट-डीटीए क्षेत्र में प्रमुख कंपनियां

बड़े जीसीसी

गिफ्ट सिटी में बड़ी टेक और सीओई

बैंकिंग

वैकल्पिक निवेश कोष(एआईएफ)

फिनटेक कंपनियां

एंसिलरी (सहायक) सेवाएं

फाइनेंस कंपनियां

बीमा कंपनियां

 

इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ: गिफ्ट सिटी के विजन को आगे बढ़ाना

गिफ्ट सिटी बुनियादी ढांचे के विकास का एक मॉडर्न हब बनकर उभरा है, जो वैश्विक वित्त और व्यावसायिक ग्रोथ के लिए भारत के विजन को दिखाता है। भारत की पहली ऑपरेशनल स्मार्ट सिटी के तौर पर डिजाइन की गई, गिफ्ट सिटी मॉडर्न अर्बन प्लानिंग के साथ अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे को जोड़ती है। इसकी समग्र रणनीति आधुनिक यूटिलिटीज, सामाजिक सुविधाओं और आसान कनेक्टिविटी को मिलाकर एक सतत, विश्व स्तरीय कारोबार और रहने का माहौल बनाता है। गिफ्ट सिटी विश्व स्तरीय ‘प्लग-एंड-प्ले’ इंफ्रास्ट्रक्चर देता है, जिससे बिजनेस बिना किसी देरी के जल्दी से ऑपरेशन शुरू कर सकते हैं। ये सभी चीजें मिलकर एक अच्छी तरह से प्लान किया हुआ माहौल बनाती हैं जो सच में “वॉक-टू-वर्क” शहर के कॉन्सेप्ट को दिखाता है।

 

उच्च स्तर का सिविक इंफ्रास्ट्रक्चर

परिवहन बुनियादी ढांचा

सामाजिक बुनियादी ढांचा

 

 

गिफ्ट सिटी का कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (सी4) रियल-टाइम यूटिलिटी मॉनिटरिंग और कोऑर्डिनेटेड इमरजेंसी रिस्पॉन्स के ज़रिए सुरक्षित, टेक-इनेबल्ड अर्बन मैनेजमेंट पक्का करता है।

सिटी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (सी4)

 

प्रतिभा और शिक्षा का इकोसिस्टम:

गिफ्ट सिटी अपने आस-पास के बड़े संस्थान से प्रतिभा और शैक्षणिक उत्कृष्टता तक बेजोड़ पहुंच देता है। यह वित्त और प्रौद्योगिकी में वैश्विक शिक्षा के लिए भारत का गेटवे भी बन रहा है, जहां शीर्ष अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय शहर में कैंपस बना रही हैं।

आईआईएम अहमदाबाद, आईआईटी गांधीनगर और गुजरात मैरीटाइम यूनिवर्सिटी जैसे बड़े इंस्टीट्यूशन के सपोर्ट से, राज्य में एक मजबूत टेकफिन टैलेंट पूल है जिसमें 86,000 से ज़्यादा सॉफ्टवेयर इंजीनियर, 71,000 फाइनेंस प्रोफेशनल और 21,000 मैनेजमेंट एक्सपर्ट शामिल हैं। अकेले अहमदाबाद में 1.7 मिलियन से ज़्यादा प्रोफेशनल हैं और पिछले साल एआई-स्किल्ड टैलेंट में 142% की बढ़ोतरी हुई है।

एकेडमिक इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विस प्रोवाइडर (एआईएसपी): गिफ्ट सिटी आईएफएससी में अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा को समर्थन देने के लिए, आईएफएससीए ने एक सर्कुलर जारी किया है जिसमें एकेडमिक इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विस प्रोवाइडर (एआईएसपी) की पेश की गई है। ये अधिकृत एंटिटी हैं जो कैंपस इंफ्रास्ट्रक्चर, शोध एवं अनुसंधान क्षेत्र, प्रवेश समर्थन, स्टाफिंग, मार्केटिंग और दूसरी स्वीकृत सेवा देती हैं। यह फ्रेमवर्क विदेशी यूनिवर्सिटी को एक लचीले नियामकीय माहौल में आसानी से सेट अप करने और ऑपरेट करने में मदद करता है। ग्लोबल यूनिवर्सिटी सिस्टम (यूके), जीईडीयू एजुकेशन (यूके) और एजुकेशन सेंटर ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया गिफ्ट सिटी में ऑपरेट कर रहे मौजूदा एआईएसपी में से हैं।

 

ग्लोबल एकेडेमिया के लिए भारत का गेटवे

घरेलू विश्वविद्यालय

गिफ्ट सिटी में एक बढ़ता हुआ एकेडमिक इकोसिस्टम है जिसमें भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों विश्वविद्यालय शामिल हैं। घरेलू संस्थानों में, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ फॉरेन ट्रेड (आईआईएफटी) और गुजरात बायोटेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी ट्रेड, कॉमर्स और लाइफ साइंसेज से जुड़े खास कार्यक्रम ऑफर करते हैं।

विदेशी विश्वविद्यालय

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर, ऑस्ट्रेलिया की डीकिन यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ़ वोलोंगोंग के कैंपस पहले से ही चालू हैं, जबकि यूके की क्वीन्स यूनिवर्सिटी बेलफास्ट और कोवेंट्री यूनिवर्सिटी भी इसमें शामिल होने वाली हैं, जिससे वित्त, प्रौद्योगिकी और नवाचार में वैश्विक शिक्षा के लिए भारत के गेटवे के तौर पर गिफ्ट सिटी की जगह और मजबूत होगी।

 

गिफ्ट सिटी में व्यवसाय का फायदा

गिफ्ट सिटी उन कंपनियों के लिए भविष्य के लिए तैयार माहौल देता है जो स्पीड, स्केल और स्ट्रेटेजिक पोज़िशनिंग चाहती हैं। अपने एकीकृत इंफ्रास्ट्रक्चर, प्रोग्रेसिव रेगुलेटरी फ्रेमवर्क और कुशल प्रतिभा तक पहुंच के साथ, यह नवाचार और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता के लिए एक आसान इकोसिस्टम को बढ़ावा देता है। बिज़नेस को एक समर्थित नीति परिदृश्य और संचालन के लिहाज से आसानी से फ़ायदा होता है, जिससे गिफ्ट हाई-वैल्यू ग्रोथ के लिए एक पसंदीदा जगह बन जाता है।

पिछले 5 सालों में, भारत सरकार ने गिफ्ट सिटी के विकास के लिए कई प्रगतिशील नीतिगत उपाय किए हैं, जैसे: –

 

ग्लोबल इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर (आईएफएससी) कराधान का अच्छा माहौल बनाने के लिए जाने जाते हैं, और गिफ्ट सिटी भारत में इस ग्लोबल बेस्ट प्रैक्टिस को दिखाता है। कई तरह के कर प्रोत्साहन और छूट देकर, यह एक प्रगतिशील ढांचा बनाता है जो लोगों और संगठन दोनों को आगे बढ़ने के लिए बढ़ावा देता है। ये उपाय न केवल प्रतिस्पर्धा बढ़ाते हैं बल्कि गिफ्ट सिटी को अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू वित्त संचालन के लिए एक भरोसेमंद जगह भी बनाते हैं।

राजकोषीय और गैर-राजकोषीय सहायता उपाय

प्रत्यक्ष कर

अप्रत्यक्ष कर

आईटी/आईटीईएस नीति

अन्य प्रोत्साहन

 

सिंगल विंडो गवर्नेंस फ्रेमवर्क –

गिफ्ट सिटी, गिफ्ट अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी और नोटिफाइड एरिया कमेटी के नेतृत्व में एक आसान सिंगल-विंडो गवर्नेंस मॉडल के तहत काम करता है।

निष्कर्ष

गिफ्ट सिटी तेजी से भारत का सबसे बड़ा इंटरनेशनल फाइनेंशियल और आईटी हब बन गया है, जिसमें वैश्विक मानकों के साथ स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर भी शामिल है। आईएफएससीए के तहत इसका मजबूत रेगुलेटरी फ्रेमवर्क पारदर्शी और प्रतिस्पर्धात्मकता पक्का करता है। प्रगतिशील कर प्रोत्साहन और नीतिगत समर्थन इसे वैश्विक पूंजी के लिए एक मैग्नेट बनाते हैं। शहर का विस्तार और फिनटेक फोकस भविष्य की फाइनेंशियल लीडरशिप के लिए भारत की तैयारी को दिखाता है। स्थायित्व और नवाचार को अपने मुख्य फोकस में रखते हुए, गिफ्ट सिटी भारत के विकसित भारत 2047 के विजन को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है।

संदर्भ:

Ministry of Finance:

https://www.pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2139983

 

Gujarat International Finance Tec-City Company Ltd.:

https://giftgujarat.in/

Ministry of Finance:

https://sansad.in/getFile/loksabhaquestions/annex/185/AS356_DlI00X.pdf?source=pqals

 

  1. एकीकृत मॉनिटरिंग: बिजली, कूलिंग, पानी, कचरा, लाइटिंग और जीआईएस जैसी यूटिलिटीज की देखरेख करने वाला सेंट्रलाइज्ड प्लेटफॉर्म।
  2. यूनिफाइड ऑपरेशंस: शहर के डिजिटल नर्वस सिस्टम के तौर पर काम करता है, जिससे गवर्नेंस और इंटरडिपार्टमेंटल कोऑर्डिनेशन आसान होता है।
  3. सिंगल विंडो इंटरफेस: एक डैशबोर्ड से सभी यूटिलिटी सर्विसेज का अच्छे से कंट्रोल और प्लानिंग करने में मदद करता है।
  4. रियल-टाइम इंसिडेंट मैनेजमेंट: ऑनलाइन ट्रैकिंग सर्विस की दिक्कतों और रुकावटों पर तुरंत जवाब देती है।70,000+ इनपुट/आउटपुट पॉइंट्स का नेटवर्क रियल-टाइम डेटा कलेक्शन, ऑटोमेटेड कंट्रोल और पूरे शहर में परफॉर्मेंस मॉनिटरिंग को मुमकिन बनाता है।
  5. 24/7 यूटिलिटी मॉनिटरिंग: एससीएडीएबेस्ड सिस्टम बिना रुकावट पानी और बिजली सप्लाई की गारंटी देते हैं।
  6. स्केलेबल और स्मार्ट: आसान शहरी मैनेजमेंट के लिए 70,000+ कंट्रोल पॉइंट्स पर भविष्य में विस्तार को सपोर्ट करने के लिए बनाया गया है।

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