श्रम संहिताओं से बीओसीडब्ल्यू वेलफेयर संरचना में बदलाव
श्रम संहिताओं से बीओसीडब्ल्यू वेलफेयर संरचना में बदलाव
प्रमुख बातें
चार संहिताएं, एक सुव्यवस्थित प्रणाली
नवीनतम श्रम सुधारों के साथ, भारत ने सभी क्षेत्रों में श्रम प्रशासन को सुदृढ़ किया है। श्रम संहिताएं, जैसे वेतन संहिता 2019, औद्योगिक संबंध संहिता 2020, सामाजिक सुरक्षा संहिता 2020, और व्यावसायिक सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कार्यदशा संहिता 2020 (ओएसएच), भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक (बीओसीडब्ल्यू) क्षेत्र के श्रमिकों के लिए विशेष महत्व रखती हैं, क्योंकि यहां कार्यबल बहुत बड़ा है और निर्माण गतिविधि जटिल और स्थल-आधारित है। ये सुधार वेतन संरक्षण, कार्यस्थल सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा और औपचारिक दस्तावेजीकरण को एक एकीकृत दृष्टिकोण में लाते हैं। इसके चलते, निर्माण श्रमिक अधिक सुसंगत कार्य मानकों, कल्याणकारी उपायों तक बेहतर पहुंच और भारत की विकास यात्रा में अपनी भूमिका की बेहतर पहचान की उम्मीद कर सकते हैं।
बीओसीडब्ल्यू श्रमिकों के लिए सुदृढ़ कल्याण
श्रम संहिताएं बीओसीडब्ल्यू श्रमिकों के लिए एक सुदृढ़ कल्याण फ्रेमवर्क प्रस्तुत कर, कार्यस्थल की स्थितियों में सुधार कर और अधिक सुरक्षा सुनिश्चित कर भारत के निर्माण कार्यबल के लिए एक समेकित सुरक्षा तंत्र निर्मित करती हैं।
वेतन और मुआवजा
ये सुधार आय स्थिरता को बढ़ाते हैं, समय पर वेतन सुनिश्चित करते हैं, श्रमिकों की कमजोरियों को कम करते हैं और पूरे क्षेत्र में वित्तीय सुरक्षा को बेहतर करते हैं।

क्रम संख्या
कर्मचारी का प्रकार
मजदूरी भुगतान की समय सीमा
1
दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी
पाली की समाप्ति पर
2
साप्ताहिक वेतन भोगी कर्मचारी
साप्ताहिक अवकाश से पहले
3
पाक्षिक वेतन भोगी कर्मचारी
पखवाड़े की समाप्ति के 2 दिन के भीतर
4
मासिक वेतन भोगी कर्मचारी
अगले महीने के 7 दिन के भीतर
5
सेवा समाप्ति या त्यागपत्र पर
2 कार्य दिवस के भीतर

कर्मचारी सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कल्याण
कड़े सुरक्षा मानदंड और बेहतर कल्याणकारी प्रावधान सुरक्षित कार्यस्थल और काम के लिए बेहतर परिस्थितियां बनाते हैं, जिससे श्रमिकों का दीर्घकालिक कल्याण और सम्मान सुनिश्चित होता है।
कर्मचारी अधिकार एवं औपचारिकता
नियुक्ति पत्रों और पारदर्शी अभिलेखों के माध्यम से औपचारिकता की ओर बदलाव, श्रमिकों को स्पष्ट अधिकार और स्वस्थ रोजगार की स्थिति प्रदान करता है।
प्रवासी श्रमिकों का कल्याण
लाभों की बढ़ी हुई पोर्टेबिलिटी प्रवासी श्रमिकों को अधिक समावेशी श्रम संबंधी इकोसिस्टम तक पहुंच सुनिश्चित करती है।
समानता और गैर–भेदभाव
कड़े गैर-भेदभाव मानदंड कार्यस्थल पर निष्पक्षता को प्रोत्साहन देते हैं, सभी श्रमिकों के प्रति समान व्यवहार को बढ़ावा देते हैं और सम्मान व समान अवसर की संस्कृति को सुदृढ़ करते हैं।
एक सुरक्षित, संरक्षित बीओसीडब्ल्यू कार्यबल
श्रम सुधारों से वेतन में अधिक स्पष्टता, मजबूत स्वास्थ्य और सुरक्षा उपाय, और औपचारिक रोजगार एवं वेलफेयर प्रणालियों तक बेहतर मिली है। इस प्रगति ने देश भर में श्रमिक सुरक्षा को बढ़ाया है, और बीओसीडब्ल्यू क्षेत्र में श्रमिकों के सामाजिक संरक्षण और कल्याण को सुधारा है। प्रणाली में पारदर्शिता, कानूनी जवाबदेही और सार्वभौमिक कवरेज को शामिल कर, ये सुधार सुरक्षित कार्यस्थलों, सशक्त श्रमिकों और कार्यस्थल पर बेहतर सम्मान की दिशा में एक सार्थक कदम हैं।