व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने निष्पक्ष व्यापार सुनिश्चित करने के लिए नई प्रतिबद्धता के साथ 8वीं वर्षगांठ मनाई
व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने निष्पक्ष व्यापार सुनिश्चित करने के लिए नई प्रतिबद्धता के साथ 8वीं वर्षगांठ मनाई
व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने आज अपना 8वां स्थापना दिवस मनाया। इसमें भारतीय उद्योग को अनुचित व्यापार प्रथाओं और आयात में अचानक वृद्धि से बचाने में समर्पित सेवा के सात साल पूरे होने का समारोह मनाया गया। इस अवसर पर, डीजीटीआर के महानिदेशक ने भारत के व्यापार उपचार की सत्यनिष्ठा को बनाए रखने में संगठन के अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रतिबद्धता और अथक प्रयासों की सराहना की।
1995 से, भारत ने 1,200 से अधिक व्यापार उपचार जांच शुरू की हैं। डीजीटीआर ने प्रभावित उद्योगों के लिए समय पर राहत सुनिश्चित करने के लिए तेजी से जांच करके प्रायः एक वर्ष के अन्दर जांच समाप्त करके इस प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हाल के हस्तक्षेपों ने सौर ऊर्जा और उन्नत सामग्री, जैसे कि सौर सेल और तांबे के तार की छड़ें, सहित घरेलू क्षेत्रों को अनुचित मूल्य वाले आयात और छूट प्राप्त सामानों से बचाया है।
आगे, भारत सरकार व्यापार उपचार जांच में दस्तावेजों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्रस्तुत करने के लिए एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म विकसित कर रही है। प्लेटफ़ॉर्म के शीघ्र ही शुरू होने की आशा है। यह सभी हितधारकों के लिए बेहतर पारदर्शिता, दक्षता और पहुँच को सुगम बनाएगा।
डीजीटीआर ने सुरक्षा शुल्क और मात्रात्मक प्रतिबंधों के माध्यम से पाम ऑयल और धात्विक कोक जैसे उत्पादों के आयात में अचानक वृद्धि को नियंत्रित किया है जिससे बाजारों को स्थिर रखने और औद्योगिक प्रतिस्पर्धा को बनाए रखने में सहायता मिली है। अस्थिर वैश्विक व्यापारिक स्थितियों के प्रति संवेदनशील विनिर्माण क्षेत्रों के लिए इसका सक्रिय दृष्टिकोण विशेष रूप से महत्वपूर्ण रहा है।
डीजीटीआर ने समान पहुँच का समर्थन करने के लिए 2019 में एक समर्पित हेल्पडेस्क शुरू की जिसका उद्देश्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) की सहायता करना था। इस पहल ने छोटे व्यवसायों को व्यापार उपाय प्रक्रियाओं में मार्गदर्शन करने और तकनीकी एवं डेटा-संबंधी चुनौतियों का समाधान करके इन उद्योगों को आवेदन जमा करने में सहायता की है।
डीजीटीआर अपनी वेबसाइट पर व्यापार नोटिस, हैंडबुक और प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न उपलब्ध करवाकर पारदर्शिता और सुलभता पर भी जोर देता है। ये संसाधन प्रक्रियात्मक पहलुओं को स्पष्ट करते हैं और घरेलू उद्योगों, विदेशी निर्यातकों और अन्य इच्छुक पक्षों को अपने व्यापार हितों की रक्षा में सक्षम बनाते हैं।
उपर्युक्त के अलावा, डीजीटीआर ने अपने व्यापार रक्षा विंग के माध्यम से विदेशी व्यापार उपचार प्राधिकरणों द्वारा व्यापार उपचार उपायों को लागू करने का प्रभावी ढंग से विरोध किया है। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप भारतीय निर्यात पर शुल्क में कमी आई है या ऐसे उपायों से पूरी तरह से राहत मिली है जिससे भारत के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार हितों की रक्षा हुई है।
2018 में एंटी-डंपिंग और संबद्ध शुल्क महानिदेशालय (डीजीएडी) और सुरक्षा महानिदेशालय के एकीकरण के माध्यम से स्थापित, डीजीटीआर व्यापार उपचार जांच के लिए भारत के एकीकृत प्राधिकरण के रूप में कार्य करता है। डीजीटीआर घरेलू उत्पादकों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए एंटी-डंपिंग, काउंटरवेलिंग और सुरक्षा उपायों को लागू करने के लिए जिम्मेदार है।
डीजीटीआर अपने आठवें वर्ष में प्रवेश कर रहा है तथा यह निष्पक्ष व्यापार को बनाए रखने, अनुचित व्यापार प्रथाओं के विरूद्ध घरेलू उद्योग का सहयोग करने तथा वैश्विक वाणिज्य की उभरती चुनौतियों का सक्रियता से जवाब देने के अपने मिशन पर अडिग है।