राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने गुजरात के राजकोट जिले के गांधीग्राम पुलिस स्टेशन में पुलिस हिरासत में एक लड़के को कथित तौर पर प्रताड़ित किए जाने के मामले का स्वतः संज्ञान लिया है
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने गुजरात के राजकोट जिले के गांधीग्राम पुलिस स्टेशन में पुलिस हिरासत में एक लड़के को कथित तौर पर प्रताड़ित किए जाने के मामले का स्वतः संज्ञान लिया है
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लिया है कि 1 सितंबर, 2025 को गुजरात के राजकोट जिले के गांधीग्राम पुलिस स्टेशन में 17 वर्षीय लड़के को पुलिस हिरासत में प्रताड़ित किया गया था। यह घटना 6 अक्टूबर, 2025 को सोशल मीडिया पर यातना का वीडियो सामने आने के बाद सामने आई।
आयोग ने पाया है कि मीडिया रिपोर्ट अगर सच है तो लड़के के मानवाधिकार उल्लंघन का गंभीर मुद्दा उठाती है। आयोग ने गुजरात के पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो हफ़्ते के अंदर मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 7 अक्टूबर, 2025 को घटना के वीडियो में एक पुलिस अधिकारी लड़के के सिर से बाल खींचते हुए दिखाई दे रहा था, जबकि अन्य पुलिस अधिकारी हंस रहे थे। बताया जा रहा है कि 1 सितंबर, 2025 की रात को , लड़के को एक दिन पहले हुई चाकूबाजी की घटना के सिलसिले में हिरासत में लिया गया था। नाबालिग और उसके साथियों को हिरासत में लिया गया और बाद में जुनेलाईन कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ से उसे किशोर सुधार गृह भेज दिया गया। लगभग दो सप्ताह बाद उसे ज़मानत पर रिहा कर दिया गया।