राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा महोत्सव-2025 का आयोजन सीएसआईआर-आईआईपी, देहरादून में किया गया
राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा महोत्सव-2025 का आयोजन सीएसआईआर-आईआईपी, देहरादून में किया गया
देहरादून स्थित सीएसआईआर-भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (सीएसआईआर-आईआईपी) में 29 मई 2025 को राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा महोत्सव (आरबीएसएम) 2025 का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य भारत में बौद्धिक संपदा के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना है। यह कार्यक्रम ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ पहल का एक हिस्सा है और इसे पहली बार जुलाई 2023 में शुरू किया गया था।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुई। उद्घाटन भाषण सीएसआईआर-आईआईपी की आईपीएमजी प्रभारी डॉ. दीप्ति अग्रवाल ने दिया, जिसके बाद संस्थान के निदेशक डॉ. हरेंद्र सिंह बिष्ट ने संक्षिप्त संबोधन दिया।
इस अवसर पर सीएसआईआर – इनोवेशन प्रोटेक्शन यूनिट, नई दिल्ली से आमंत्रित वक्ता डॉ. कपिल आर्य ने “फील द बीट ऑफ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स” विषय पर ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक व्याख्यान दिया। उन्होंने पेटेंट से संबंधित मूलभूत जानकारी साझा की और इसके बाद वैज्ञानिकों एवं शोधकर्ताओं के साथ एक इंटरएक्टिव सत्र आयोजित किया गया। पीपीसी के अध्यक्ष डॉ. एन. विश्वनाधम ने पेटेंट और प्रकाशन समिति की भूमिका तथा सीएसआईआर-आईआईपी, देहरादून में विकसित नवाचार तकनीकों के अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम के अंतर्गत बौद्धिक संपदा पर एक ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। यह आयोजन बौद्धिक संपदा के महत्व को रेखांकित करने के साथ-साथ अनुसंधानकर्ताओं को नवाचार और पेटेंट के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।