पीएमएमएसवाई का उप-घटक
पीएमएमएसवाई का उप-घटक
मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के मत्स्य पालन विभाग द्वारा कार्यान्वित प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) में अन्य बातों के साथ-साथ मात्स्यिकी और जलकृषि अवसंरचना सुविधाओं के सृजन पर ध्यान केंद्रित किया गया है। पीएमएमएसवाई के अंतर्गत सहायता प्राप्त मात्स्यिकी अवसंरचना में मुख्य रूप से मत्स्यन बंदरगाह और मछली लैंडिंग केन्द्र, बर्फ संयंत्र, शीतागार, थोक और खुदरा दोनों बाजार दोनों मछली बाजार, एकीकृत एक्वापार्क, फीड मिल, हैचरी, ब्रूड बैंक, लाइव फिश वेंडिंग सेंटर, क्लाइमेट रेजिलिएंट कोस्टल फिशिंग विलेज (सीआरसीएफवी), आर्टिफिशियल रीफ आदि शामिल हैं। केंद्र सरकार के मत्स्य पालन विभाग ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के अंतर्गत इन बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए विभिन्न राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के 7501 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है।
आन्ध्र प्रदेश सरकार ने सूचित किया है कि पिछले तीन वर्षों के दौरान 3 मत्स्यन बंदरगाह और 3 मछली उतारने वाले केन्द्र, एक एकीकृत एक्वा पार्क, 22 इकाइयां – कृत्रिम भित्तियां और
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के अंतर्गत 1330.11 करोड़ रुपये की कुल लागत से 15-जलवायु अनुकूल तटीय मछुआरा गांव (सीआरसीएफवी) को मंजूरी दी गई है। आन्ध्र प्रदेश सरकार ने 22 कृत्रिम रीफ यूनिटों की संस्थापना पूरी होने की सूचना दी है और शेष परियोजनाएं कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं। आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा दी गई सूचना के अनुसार पीएमएमएसवाई के अंतर्गत आंध्र प्रदेश में विकास के लिए अनुमोदित मात्स्यिकी अवसंरचना परियोजनाओं का जिला-वार और वर्ष-वार ब्यौरा अनुबंध-I में दिया गया है।
मत्स्य पालन विभाग केंद्र सरकार भी मछुआरों, मछली किसानों और मछली श्रमिकों आदि की सामाजिक सुरक्षा को सर्वोच्च महत्व देता है। पिछले तीन वर्षों के दौरान 1,03,47,716 मछुआरों और मछली किसानों को सालाना औसतन 34,49,238 मछुआरों को बीमा कवरेज प्रदान किया गया है। आंध्र प्रदेश सरकार ने पिछले तीन वर्षों (वित्त वर्ष 2022-23 से वित्त वर्ष 2024-25) के दौरान पीएमएमएसवाई की बीमा गतिविधियों में भाग नहीं लिया था। मछुआरों और मछली किसानों को प्रदान किए गए बीमा कवर का राज्य-वार और वर्ष-वार ब्यौरा अनुलग्नक-II में दिया गया है।
आंध्र प्रदेश सरकार ने सूचित किया है कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई) के अंतर्गत जैव सुरक्षा के लिए आनुवांशिक सुधार कार्यक्रम, (ii) न्यूक्लियस प्रजनन केन्द्र (एनबीसी) और (iii) जैव सुरक्षा के लिए चारदीवारी/बाड़ लगाने की अवसंरचना जैसी कोई विशिष्ट परियोजना प्रस्तावित/शुरू नहीं की गई है।
*****
अनुलग्नक-I
पीएमएमएसवाई का उप-घटक: प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत आंध्र प्रदेश के लिए पिछले तीन वर्षों (2022-23 से 2024-25) के दौरान अनुमोदित मत्स्य पालन बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का जिला-वार और वर्ष-वार विवरण
क्रम संख्या
स्वीकृति का वर्ष
घटक
जिला
आवंटित धनराशि करोड़ रुपये में
जारी की गई धनराशि करोड़ रुपये में
1
2022-23
पुडिमडाका में मछली पकड़ने का बंदरगाह
अनकापल्ली
365.81
160.00
2
2022-23
बुडागलापालेम में मछली पकड़ने का बंदरगाह
श्रीकाकुलम
392.53
3
2022-23
कोठापट्टनम में मछली पकड़ने का बंदरगाह
प्रकाशम
392.45
4
2022-23
रायदारुवु में मछली लैंडिंग केंद्र
तिरुपति
23.9
30.05
5
2022-23
2022-23
उप्पलंका में मछली लैंडिंग केंद्र
काकीनाडा
5.74
6
2022-23
डोंडवाका में मछली लैंडिंग केंद्र
अनकापल्ली
23.9
7
2022-23
एकीकृत एक्वा पार्क
बापटला
88.08
7.70
8
2023-24
कृत्रिम चट्टानें- 22 इकाइयाँ
श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम
7.70
7.70
9
2024-25
सीआरसीएफवी- पेडागंगलापेटा
श्रीकाकुलम
2.00
6.10
10
सीआरसीएफवी-देवुनल्थाडा
श्रीकाकुलम
2.00
11
सीआरसीएफवी-इद्दिवनिपालेम
श्रीकाकुलम
2.00
12
सीआरसीएफवी- पी.बैरिपेटा
विजयनगरम
2.00
13
सीआरसीएफवी-पेदौप्पडा
विशाखापत्तनम
2.00
14
सीआरसीएफवी-पेंटाकोटा
अनकापल्ली
2.00
15
सीआरसीएफवी-कोनापापेटा
काकीनाडा
2.00
16
सीआरसीएफवी-सोरलागोंडी
कृष्ण
2.00
17
सीआरसीएफवी-गुल्लामोधा
कृष्ण
2.00
18
सीआरसीएफवी-अदिवी
बापटला
2.00
19
सीआरसीएफवी-गोंडीसमुद्रम
बापटला
2.00
20
सीआरसीएफवी-के। पल्लीपालेम
प्रकाशम
2.00
21
सीआरसीएफवी-एडुरुपट्टापुपलेम
नेल्लोर
2.00
22
सीआरसीएफवी-थाटिचेटलापालेम
नेल्लोर
2.00
23
सीआरसीएफवी-थुपिलिपालेम
तिरुपति
2.00
कुल
1330.11
211.55
सीआरसीएफवी : जलवायु लचीला तटीय मछली पकड़ने वाले गांव
*****
अनुलग्नक-II
पीएमएमएसवाई का उप–घटक: पिछले तीन वर्षों (2022-23 से 2024-25) के दौरान प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत मछुआरों को प्रदान किए गए बीमा कवर का राज्य–वार और वर्ष–वार विवरण
क्रम संख्या
राज्य/केंद्र शासित प्रदेश का नाम
पीएमएमएसवाई के अंतर्गत बीमित मछुआरों की वर्षवार संख्या
2022-23
2023-24
2024-25
कुल
1
आंध्र प्रदेश
=
=
–
–
2
अरुणाचल प्रदेश
837
1,082
837
2756
3
असम
155,000
180,378
193,265
528643
4
बिहार
150,000
150,000
150,000
450000
5
छत्तीसगढ़
220,495
220,495
220,525
661515
6
गोवा
4,061
3,461
3,518
11040
7
गुजरात
99,964
130,000
110,000
339964
8
हरियाणा
1,814
1,214
1,750
4778
9
हिमाचल प्रदेश
11,874
9,530
9,526
30930
10
झारखंड
164,000
165,000
173,941
502941
11
कर्नाटक
78,983
80,099
80,099
239181
12
मध्य प्रदेश
117,499
128,173
130,810
376482
13
महाराष्ट्र
100,739
76,246
114,174
291159
14
मणिपुर
3,383
1,268
4651
15
मेघालय
1,013
1,022
1,022
3057
16
ओडिशा
1,150,000
1,111,761
1,131,857
3393618
17
पंजाब
3,120
3,256
3,116
9492
18
राजस्थान
4,857
4,856
4,862
14575
19
सिक्किम
599
491
633
1723
20
तमिलनाडु
543,949
558,966
573,183
1676098
21
तेलंगाना
306,857
373,000
416,000
1095857
22
त्रिपुरा
7,085
8,980
50,000
66065
23
उत्तर प्रदेश
102,850
119,181
150,000
372031
24
उत्तराखंड
2,101
3,531
5,147
10779
25
पश्चिम बंगाल
8,499
8499
26
अंडमान और निकोबार
14,000
14,330
11,507
39837
27
दिल्ली
251
386
494
1131
28
दमन और दीव
7,447
7,514
7,824
22785
29
जम्मू और कश्मीर
23,026
25,737
28,301
77064
30
लक्षद्वीप
49
93
76
218
31
लद्दाख
2,307
2,520
2,863
7690
32
पुडुचेरी
34,200
34,349
34,608
103157
महायोग
3,320,859
3,415,651
3,611,206
10,347,716
उपरोक्त उत्तर मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह ने लोकसभा में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में दिया।