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डीपीआईआईटी और आईसीआईसीआई बैंक ने देशभर में स्टार्टअप्स की सहायता के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

डीपीआईआईटी और आईसीआईसीआई बैंक ने देशभर में स्टार्टअप्स की सहायता के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) तथा आईसीआईसीआई बैंक ने देश भर में स्टार्टअप्स और नवप्रवर्तकों को सहायता देने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

समझौते के तहत, आईसीआईसीआई बैंक एक स्टार्टअप एंगेजमेंट कार्यक्रम शुरू करेगा, जिसे स्टार्टअप इंडिया पोर्टल पर होस्ट किया जाएगा। इसे स्टार्टअप इंडिया की व्यापक पहुंच और दृश्यता पहल के साथ सहजता से समेकित किया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा स्वीकृति और जागरूकता मिले। आईसीआईसीआई बैंक को संचार पहुंच बढ़ाने, कार्यक्रम की दृश्यता प्रबंधित करने और देशभर में डीपीआईआईटी-मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स के साथ संपर्क स्थापित करने में स्टार्टअप इंडिया सहायता करेगा।

यह पहल चुनिंदा स्टार्टअप्स को आईसीआईसीआई बैंक की मुंबई स्थित एक्सेलेरेटर सुविधा (सहायता, सलाह, और अन्य सुविधाएं) प्रदान करेगी, जिसमें समर्पित कार्यस्थल भी शामिल है। स्टार्टअप्स को संरचित पाठ्यक्रम और उद्योग जगत के अग्रणी दिग्गजों का मार्गदर्शन मिलेगा, साथ ही आईसीआईसीआई बैंक की व्यावसायिक इकाइयों द्वारा बाज़ार अनुकूल उत्पाद के सत्यापन के साथ ही पायलट कार्यक्रम चलाने के अवसर भी मिलेंगे। यह कार्यक्रम उद्यम पूंजी फर्मों, निवेशकों और संभावित ग्राहकों के साथ नेटवर्किंग के अवसर भी प्रदान करेगा, साथ ही उद्योग-विशिष्ट कार्यशालाओं और नवाचार प्रदर्शनों में भागीदारी भी सक्षम बनाएगा।

यह सहयोग उत्पाद-आधारित स्टार्टअप्स को आईसीआईसीआई बैंक के एक्सेलेरेटर कार्यक्रमों, मार्गदर्शन के अवसरों और पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़ाव प्रदान कर उनके विकास को बढ़ावा देने के अवसर प्रदान करेगा। स्टार्टअप इंडिया पहल के तहत आयोजित इस साझेदारी का उद्देश्य शुरुआती और विकास-चरण के स्टार्टअप्स को अनुकूलित अग्रिम योजना के माध्यम से मार्गदर्शन प्रदान करना है जिससे व्यवसाय के विकास, बेहतर उत्पाद बनाने और सुगम परिचालन में सहायता मिलेगी।

इस अवसर पर अपने संबोधन में डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव, श्री संजीव ने कहा कि आईसीआईसीआई बैंक के साथ साझेदारी का उद्देश्य स्टार्टअप्स के साथ सार्थक जुड़ाव द्वारा प्रभावकारी स्थाई समाधान स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि यह उन शुरुआती और विकासशील उद्यमियों के लिए सहायता के नए मार्ग खोलेगा जो प्रौद्योगिकी और नवाचार द्वारा भारत के औद्योगिक और वित्तीय परिदृश्य के सकारात्मक बदलाव में जुटे हैं।

आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड (बीएसई: आईसीआईसीआईबैंक, एनएसई: आईसीआईसीआईबैंक और एनवाईएसई: आईबीएन) भारत में निजी क्षेत्र के अग्रणी बैंकों में शामिल है। 30 जून, 2025 तक बैंक की कुल संपत्ति 21,23,839 करोड़ रुपए थी।

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