एसईसीएल ने मजबूत सामुदायिक संबंधों के निर्माण के लिए पहला ‘स्नेह मिलन मेला’ आयोजित किया
एसईसीएल ने मजबूत सामुदायिक संबंधों के निर्माण के लिए पहला ‘स्नेह मिलन मेला’ आयोजित किया
स्थानीय समुदायों के साथ सद्भावना एवं जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिए एक अनूठी पहल के रूप में, साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) ने हाल ही में छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में अपने भटगांव क्षेत्र में अपना पहला ‘स्नेह मिलन मेला‘ आयोजित किया।
यह कार्यक्रम एसईसीएल कर्मचारियों, उनके परिवारों और आस-पास के ग्रामीणों को एक साथ लाने वाला है, यह खनन कार्यों के विस्तार के लिए सुचारू भूमि अधिग्रहण के लिए आवश्यक विश्वास एवं सहयोग के लिए एसईसीएल के व्यापक दृष्टिकोण का हिस्सा है।
इस जीवंत समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जिसमें गीत, नृत्य एवं मादक पदार्थों की लत से मुक्ति का सामाजिक संदेश देने के साथ-साथ एक प्रमुख कठपुतली नाटक शामिल था। महिला कर्मचारियों एवं स्थानीय प्रतिभागियों ने पारंपरिक व्यंजनों के लिए खाद्य स्टॉल लगाए, जिससे उत्सव का माहौल और भी आकर्षक हो गया। एसईसीएल कर्मचारियों और आस-पास के समुदायों के लोगों सहित 600 से अधिक लोगों ने उत्सव में हिस्सा लिया, जिसने एकता एवं साझा प्रगति को बल मिला।
यह मेला केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी किशन रेड्डी के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिन्होंने एसईसीएल की अपनी हालिया यात्रा के दौरान ग्राउंड जीरो पर कोयला खनिकों के साथ दोपहर का भोजन किया और जमीनी स्तर पर जुड़ाव एवं श्रमिक कल्याण के महत्व को रेखांकित किया।
एसईसीएल ने चल रहे पुनर्वास प्रयासों के भाग के रूप में भटगांव क्षेत्र में महामाया ओपन कास्ट परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण से प्रभावित 86 स्थानीय युवाओं को नियुक्ति पत्र भी वितरित किया गया।
छत्तीसगढ़ सरकार की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े की उपस्थिति में एक औपचारिक कार्यक्रम में नियुक्ति पत्र वितरित किया गया। उन्होंने प्रभावित परिवारों को सशक्त बनाने के लिए एसईसीएल की पहल की सराहना की और युवाओं से क्षेत्र के विकास में योगदान देने का आह्वान किया।
एसईसीएल सक्रिय रूप से अपने परिचालन का विस्तार करने की दिशा में काम कर रहा है, विशेष रूप से अपनी तीन प्रमुख मेगा परियोजनाओं गेवरा, दीपका और कुसमुंडा में, जो कंपनी के कोयला उत्पादन में 70 प्रतिशत से अधिक का योगदान करते हैं। सामुदायिक सहयोग को सुविधाजनक बनाना इन विस्तारों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
उल्लेखनीय है कि केवल वित्त वर्ष 2024-25 में, एसईसीएल ने भूमि अधिग्रहण के बदले 807 लोगों को रोजगार प्रदान किया है, जो कंपनी के इतिहास में सर्वाधिक आंकड़ा है, जो समावेशी, सतत विकास के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
एसईसीएल के सीएमडी श्री हरीश दूहन ने कहा कि “एसईसीएल में, हमारा मिशन खनन से कहीं आगे है। हम निरंतर रोजगार एवं सामुदायिक जुड़ाव के माध्यम से अपने परिचालन क्षेत्रों में लोगों का जीवन बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्नेह मिलन मेला जैसे आयोजन विकास के प्रति हमारे समग्र दृष्टिकोण को दर्शाते हैं जहां समुदायों के साथ विश्वास स्थापित करना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि दीर्घकालिक प्रगति के लिए परिचालन दक्षता महत्वपूर्ण है।”