उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने सीएमएस-03 संचार उपग्रह के सफल प्रक्षेपण पर इसरो और भारतीय नौसेना को बधाई दी
उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने सीएमएस-03 संचार उपग्रह के सफल प्रक्षेपण पर इसरो और भारतीय नौसेना को बधाई दी
भारत के उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने संचार उपग्रह सीएमएस-03 के सफल प्रक्षेपण पर इसरो और भारतीय नौसेना को हार्दिक बधाई दी है।
उपराष्ट्रपति ने इस उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा कि भारत के शक्तिशाली एलवीएम3-एम5 रॉकेट ने एक बार फिर आकाश की ओर उड़ान भरी और भारतीय नौसेना के सबसे भारी और सबसे उन्नत संचार उपग्रह जीसैट-7आर (सीएमएस-03) को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (जीटीओ) में सफलतापूर्वक स्थापित किया।
उन्होंने कहा कि स्वदेश में विकसित यह उपग्रह हिंद महासागर क्षेत्र में अंतरिक्ष-आधारित संचार, संपर्क और समुद्री डोमेन जागरूकता को मजबूती देगा। उन्होंने कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और गौरवपूर्ण मील का पत्थर होगा।
भारतीय वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के समर्पित प्रयासों की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि इसरो अंतरिक्ष अन्वेषण में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करना जारी रखे हुए है।
इसरो और भारतीय नौसेना को हार्दिक बधाई!
भारत के शक्तिशाली LVM3-M5 रॉकेट ने भारतीय नौसेना के सबसे भारी और सबसे उन्नत संचार उपग्रह GSAT-7R (CMS-03) के सफल प्रक्षेपण के साथ एक बार फिर आसमान में गर्जना की। इसे भू-समकालिक स्थानांतरण उपग्रह (GST) में स्थापित किया गया है।
— भारत के उपराष्ट्रपति
Hearty congratulations to ISRO and the Indian Navy!
India’s mighty LVM3-M5 rocket roared to the skies once again with the successful launch of GSAT-7R (CMS-03) — the heaviest and most advanced communication satellite for the Indian Navy — placed into Geosynchronous Transfer… pic.twitter.com/M4sAezw7uD
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पीके/केसी/एनकेएस/डीए