Saturday, December 13, 2025
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आईईपीएफए ​​ने निवेशक- केंद्रित आउटरीच के माध्यम से भारत के वित्तीय जागरूकता पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत किया है

आईईपीएफए ​​ने निवेशक- केंद्रित आउटरीच के माध्यम से भारत के वित्तीय जागरूकता पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत किया है

सरकार वित्तीय साक्षरता के लिए अनेक उपाय कर रही है, जिनका विवरण नीचे दिया गया है :

i. वित्तीय साक्षरता केंद्र (सीएफएल) परियोजना की शुरुआत भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) द्वारा की गई है, जिसका उद्देश्य वित्तीय साक्षरता के लिए समुदायआधारित नवीन और सहभागी दृष्टिकोण अपनाना है। देश भर में कुल 2,421 सीएफएल स्थापित किए गए हैं, जिनमें से एक सीएफएल औसतन तीन ब्लॉकों को कवर करता है।

ii. बैंक अपने वित्तीय साक्षरता केंद्रों (एफएलसी) के माध्यम से आम जनता के लिए यूपीआई और *99# (यूएसएसडी) के माध्यम सेडिजिटल होनेपर शिविरों का आयोजन करते हैं तथा विभिन्न लक्षित समूहों के लिए विशेष शिविरों का आयोजन करते हैं।

iii. बैंकों की ग्रामीण शाखाओं को प्रति माह एक शिविर आयोजित करना आवश्यक है, जिसमें वित्तीय जागरूकता संदेश (फेम) पुस्तिका के सभी संदेशों को शामिल किया जाता है, जिसमें अन्य बातों के साथसाथ बुनियादी बैंकिंग, डिजिटल वित्तीय साक्षरता, उपभोक्ता संरक्षण आदि सहित वित्तीय साक्षरता के विभिन्न पहलुओं पर संदेश शामिल होते हैं।

iv. देश भर में जनता के बीच विभिन्न विषयों पर वित्तीय शिक्षा के संदेश का प्रचार करने के लिए 2016 से हर साल वित्तीय साक्षरता सप्ताह (एफएलडब्ल्यू) का आयोजन किया जाता है।

v. आरबीआई का मल्टीमीडिया, बहुभाषी जन जागरूकता अभियान, जिसका शीर्षक हैआरबीआई कहता है“, वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने और सुरक्षित बैंकिंग प्रथाओं पर जनता को शिक्षित करने के लिए विभिन्न माध्यमों का उपयोग करता है।

vi. निवेशक शिक्षा एवं संरक्षण निधि प्राधिकरण (आईईपीएफए) द्वारा देश भर में निवेशक जागरूकता कार्यक्रम (आईएपी) चलाए जा रहे हैं। इन आईएपी के अंतर्गत, शिविरों का आयोजन करके वित्तीय साक्षरता और जागरूकता प्रदान की जाती है।निवेशक दीदीऐसी ही एक पहल है, जिसके अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों और महिला मंडलों की सहायता से आंगनवाड़ियों, स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी), पंचायत भवनों और केवल महिलाओं के सम्मेलनों में शिविर आयोजित किए जाते हैं। निवेशक दीदी घरों और मोहल्लों में जाकर वित्तीय शिक्षा पहुँचाती हैं, खासकर दूर दराज के उन इलाकों में भी जहाँ आवाजाही सीमित है।

निवेशक शिक्षा एवं संरक्षण निधि प्राधिकरण (आईईपीएफए) ने भारत भर में 68738 से अधिक लाभार्थियों तक पहुँचते हुए 1110 शिविरों के माध्यम से वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए निवेशक दीदीकार्यक्रम के तहत इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) के साथ भागीदारी की थी। इस पहल की पहुँच और परिणाम को अखिल भारतीय स्तर पर विस्तारित करने के लिए 7 अप्रैल, 2025 को निवेशक दीदी चरण II का शुभारंभ किया गया है। निवेशक दीदी चरणII में देश भर में महिलाओं सहित ग्रामीण और अर्धशहरी आबादी को लक्षित करते हुए जिम्मेदार निवेश, धोखाधड़ी की रोकथाम और डिजिटल बैंकिंग पर 4000 वित्तीय साक्षरता शिविरों की परिकल्पना की गई है। लगभग 40,000 महिला डाक कर्मचारियों को सामुदायिक वित्तीय शिक्षकों के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। यह पहल जमीनी स्तर पर वित्तीय शिक्षा प्रदान करने के लिए डाक कर्मचारियों की व्यापक ग्रामीण उपस्थिति का लाभ दिलाती है।

यह जानकारी कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री तथा सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री श्री हर्ष मल्होत्रा ​​ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।

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